राजधानी लखनऊ के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) की चारबाग शाखा में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां बैंक के लॉकर में रखे लाखों रुपए और महत्वपूर्ण कागजात जंग लगने से नष्ट हो गये। साथ ही लॉकर में रखे आभूषणों को भी काफी नुकसान हुआ है। वहीं जब पीड़ित उपभोक्ता ने इस लापरवाही की शिकायत बैंक अधिकारियों से की तो, उन्होंने भी अनसुना कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार ऐशबाग के तिलकनगर में रहने वाले विजय जैन ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) की चारबाग शाखा में लगभग 20 वर्षो से लॉकर ले रखा है।
इस लॉकर में विजय जैन ने अपने महत्वपूर्ण कागजात व आभूषण रखे थे। ताकि वह सुरक्षित रहे। विजय जैन ने बताया कि, लॉकर के उपयोग के लिए वह लगभग दो हजार तीन सौ रुपए वार्षिक शुल्क जमा करते थे। वह और उनकी पत्नी समय-समय पर जाकर लॉकर चेक भी करते थे। लेकिन बीते एक साल से व्यस्तता के चलते उन्होंने लॉकर नहीं खोला था। उन्होंने आरोप लगाया कि, बीते दिनों वह और उनकी पत्नी बैंक पहुंचे और लॉकर खोला तो दंग रह गये।
लॉकर में रखे लगभग साढ़े पांच लाख रुपए, उनकी हाईस्कूल-इंटरमीडिएट की मार्कशीट व प्रमाण, प्रापर्टी के कागजात पूरी तरह से जंग लगने के कारण नष्ट हो गये थे। वहीं लॉकर में रखे आभूषण भी काले पड़ गए। लॉकर में चारों तरफ जंग लगी हुई थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि,बैंक प्रबंधन द्वारा जंग नियंत्रण के लिए अधिक मात्रा में कीटनाशक का छिड़काव किया गया। जिसके चलते नगदी, महत्वपूर्ण दस्तावेज और आभूषण खराब हो गये। विजय जैन ने जब इस मामले की शिकायत शाखा प्रबंधक से की। बैंक के उच्चाधिकारियों से भी मुलाकात की लेकिन किसी ने भी उनकी नहीं सुनी। बैंक प्रबंधन की घोर लापरवाही के चलते उनकी पूरे जीवन की मेहनत की कमाई नष्ट हो गयी। उन्होंने यह धनराषि अपनी बेटियों के शादी के लिए सुरक्षित रखा था। वहीं इस मामले में चारबाग के एसबीआइ शाखा प्रबंधक प्रदीप मिश्र ने कहा कि,बैंक के लॉकर में नकदी को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी बैंक की नहीं है। उन्होंने कहा कि विजय जैन ने लॉकर में रुपये, मार्कशीट और प्रापर्टी के पेपर्स रखने की जानकारी बैंक को नहीं दी थी। जंग की वजह से आभूषण काले पड़ गए हैं।