• Sun. Dec 22nd, 2024

UP-कबूतरबाजी के शिकार हुए सैकड़ों लोग,दफ्तर का ताला जड़कर ठग हुए फरार

यूपी के कुशीनगर जिले में विदेश भेजने के नाम पर जगह-जगह बड़े-बड़े बैनर पोस्टर लगाकर भोले-भाले बेरोजगारों को ठगने का काम जोरों पर चल रहा है। प्रशासन आंख बंद किया हुआ है और कबूतरबाज बेरोजगारों को लूटने में मस्त हैं। इसका ताजा उदाहरण गुरुवार को पडरौना कोतवाली में देखने को मिला।

ठगी के शिकार बेरोजगार युवक अपने पैसे और पासपोर्ट के लिए थाने का चक्कर लगाते दिखे।जानकारी के अनुसार कुशीनगर में एक टेक्निकल इंस्टीट्यूट के द्वारा करीब सौ बेरोजगार युवकों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की गई है। बेरोजगारों को विदेश में नौकरी दिलाने के लिए किसी से 60 हजार और किसी से 70 हजार रुपये लेकर दुबई, दक्षिण अफ्रीका, कुबैत और उज्बेकिस्तान भेजने के नाम पर ठगी कर लिया गया है।

करीब 100 की संख्या में बेरोजगार युवक और उनके परिजन पडरौना कोतवाली पहुंचे। पुलिस को बताया कि शहर से सटे रामकोला रोड पर भारत टेक्निकल इंस्टीट्यूट के नाम पर कार्यालय खोला गया है जहां को कि ठगी का काम कर रहे हैं।पीड़ित लोगों ने बताया कि विदेश भेजने वालों के चंगुल में फंसकर कुशीनगर सहित गोरखपुर, बलिया, देवरिया और बिहार तक के करीब 100 से अधिक लोग 60-70 लाख रुपये गंवा चुके हैं। इन लोगों का पासपोर्ट और पैसे लेकर उन्हें वीजा और टिकट उपलब्ध कराया गया। नियत तिथि पर विदेश जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने को बोला गया। वहां पहुंचने के बाद जब टिकट कैंसिल का मैसेज आया तो इन लोगों के होश उड़ गए, फिर संबंधित कार्यालय को इन लोगों ने संपर्क किया तो मोबाईल बंद बता रहा था। उसके बाद दिल्ली से वापस आए तो कार्यालय भी बंद मिला। सूचना पर जब पुलिस कार्यालय पहुंची तो, वहां इंस्टीट्यूट में ताला बंद मिला। अब पुलिस आगे की कार्यवाही में जुट गई है। अब ये बेरोजगार अपने पासपोर्ट और रुपये के लिए दर दर भटक रहे है। आखिर जिला प्रशासन इन बड़े बड़े लगे होल्डिंग और बैनरों को लेकर कार्रवाई क्यों नही करती यह सवाल बना हुआ है। इस मामले को लेकर पडरौना के कोतवाल सुशील शुक्ला ने बताया कि अभी इन लोगों की तरफ से लिखित तहरीर मिली है। मामला संज्ञान में है। जहां कार्यालय संचालित हो रहा था, वहां पुलिस भेजी गई थी। विदेश भेजने वालों में कोई नहीं मिला। जांच चल रही है। जल्द ही कार्रवाई होगी।

By ICN Network

Ankit Srivastav (Editor in Chief )

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *