पुलिस की पूछताछ में आरोपियों की पहचान शोएब, संदीप गोयल और शमशेर सिंह के रूप में हुई है। मुख्य आरोपी राजकुमार अब भी फरार है। थाना सेक्टर-39 पुलिस ने आरोपियों को सेक्टर-49 चौराहे से गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में हुआ खुलासा
पुलिस की पूछताछ में पता लगा है कि तीनों की नजर सेक्टर-40 के डी-155 प्लॉट पर थी। तीनों ने उसके बारे में जानकारी हासिल की। उसके बाद पीड़ित के पिता के नाम से फर्जी आधार कार्ड और जमीनी कागजात तैयार किए। आरोपी शमशेर ने वाई जानकी रमैया बनकर प्लॉट को इमेन्स पॉवर प्रा.लि. को 6 करोड़ 12 लाख रुपए लेकर बेच दिया। तीनों के साथी राजकुमार चौहान उर्फ प्रधान ने अपने बेटे शोएब के साइबर कैफे में फर्जी कागजात तैयार किया था। राजकुमार चौहान पहले भी इस तरह की धोखाधड़ी कर चुका है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।