
दरअसल, साल 2022 में जून के महिने में नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान विवादित बयान दिया था। जिसके बाद देशभर में काफी बवाल हुआ। इतना ही नहीं मुस्लिम देशों के संगठन ने भी भारत के सामने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद बीजेपी ने नूपुर को प्रवक्ता के पद से हटा दिया था। विवाद इतना बढ़ गया कि नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां मिलने लगी। इसके अलावा उनके खिलाफ देशभर में अलग-अलग जगहों पर FIR दर्ज की गईं। इस बीच ही नूपुर का समर्थन करने पर राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या कर दी गई। जिसके बाद ये मामला फिर आग की तरह फैल गया था।