वहीं दूसरी तरफ आरजेडी सुप्रीमो से जब पूछा गया कि क्या वह 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाएंगे? इसपर लालू ने कहा कि वह नहीं जाएंगे।
आजरेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का ये बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है। बयान के वायरल होते ही बीजेपी प्रवक्ता रामसागर सिंह ने कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार के बीच नाराजगी ही नाराजगी है। लालू यादव चाहते हैं कि नीतीश कुमार उनके बेटे तेजस्वी यादव का राजतिलक कर दें। जब नीतीश कुमार तेजस्वी यादव का राजतिलक कर देंगे तब लालू यादव भी नीतीश को दही का तिलक लगा देंगे। लालू और नीतीश के बीच तय हुआ था कि बिहार सीएम केंद्र की राजनीति करेंगे, लेकिन वह अपनी बात से मुकर गए हैं। 2024 का चुनाव आने तक भी इन लोगों के बीच सीट शेयरिंग नहीं हो पाएगा। BJP प्रवक्ता ने आगे कहा कि नीतीश कुमार बेहद चालू हैं। वह बखूबी जानते हैं कि लालू यादव सजायाफ्ता हैं, इसलिए इंडिया गठबंधन के संयोजक के रूप में इनका नाम कर दिया। नीतीश बखूबी जानते हैं कि सजायाफ्ता को इंडिया गठबंधन के लोग नेता नहीं मानेंगे। वहीं दूसरी तरफ इस बयान पर जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार के बीच कोई नाराजगी नहीं है। गठबंधन में सबकुछ ठीक है। हम सभी इसी प्रयास में हैं अच्छे से सीटों का बंटवारा हो जाए। दोनों नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव के एजेंडों पर बातें हो रही है।