वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ नामांकन करने वालों की सोमवार को कतार लग गई। देशभर से करीब 100 से ज्यादा लोग नामांकन कराने कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे हैं। इतनी ज्यादा संख्या में एक साथ लोगों के पहुंचने से अफरा-तफरी मच गई। पुलिस कर्मियों को कलेक्ट्रेट ऑफिस का गेट बंद करना पड़ा।
इस दौरान पुलिस से झड़प और धक्का-मुक्की हो गई। लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पाकर अफसर मौके पर पहुंचे। कड़ी मशक्कत से सभी को समझाकर शांत कराया। अब सभी लाइन में लगकर बारी-बारी से नॉमिनेशन दाखिल कर रहे हैं। ये वो लोग हैं जो सिर्फ पीएम मोदी के खिलाफ लड़कर रिकॉर्ड में शामिल होना चाहते हैं। इन्हें हार-जीत से कोई मतलब नहीं है। यहां नामांकन की आखिरी तारीख 14 मई है।
इधर, टीवी आर्टिस्ट श्याम रंगीला भी आज वाराणसी से नामांकन करेंगे। उन्होंने कहा-मुझे डर है कि मैं नामांकन कर भी पाऊंगा या नहीं, क्योंकि इतनी रोक-टोक है। मैं किसी से मिल नहीं पा रहा।
मध्य प्रदेश के सतना से त्रिभुवन प्रसाद भी पीएम मोदी के खिलाफ नामांकन कराने पहुंचे हैं। उन्होंने बीजेपी सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- परिवार का खर्च चलाने तक में दिक्कत आ रही है। ठान रखा था कि मोदी जहां से भी चुनाव लड़ेंगे, उनके खिलाफ चुनाव लडूंगा।
दिल्ली के अवधेश कुमार सिंह ने पीएम मोदी पर अनदेखी का आरोप लगाया। उनका कहना है- जनता ही नेता पक्ष और प्रतिपक्ष चुनती है। इसी कॉन्सेप्ट के साथ आया हूं।
गुजरात से चंद्रशेखर रघुवंशी भी नामांकन कराने पहुंचे हैं। खुद को इंसानियत पार्टी का प्रेसिडेंट बताया। अमित शाह को वजीर बताते हुए कहा- उनके खिलाफ लड़ चुका हूं। इस बार राजा जी (मोदी) की बारी है।
वाराणसी में 7 वें चरण यानी 1 जून को चुनाव है। 7 मई से 14 मई तक प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर सकते हैं। यानी 2 नॉमिनेशन के लिए सिर्फ 2 दिन बचे हैं। 15 मई को नामांकन पत्रों की जांच होगी। वहीं, 17 मई तक प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकेंगे।