पीएम मोदी 18 जून को वाराणसी आ रहे हैं। 15 घंटे के दौरे की शुरुआत किसान सम्मेलन से करेंगे। पीएम 8 किमी लंबा रोड-शो निकालेंगे। इसके बाद काशी के कोतवाल कालभैरव और बाबा विश्वनाथ का खास पूजन करेंगे। दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा का पूजन भी करेंगे। फिर आरती में शामिल होंगे।
इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी ने पीएम के वाराणसी आने की तैयारियों का जायजा लिया था। उन्होंने श्रीकाशी विश्वनाथ और काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन भी किया था।
किसान सम्मेलन के बाद पीएम मोदी काल भैरव, काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा घाट जाएंगे। मोदी काल भैरव मंदिर में परंपरागत और काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष पूजन करेंगे। षोडशोपचार पूजन के साथ पीएम मोदी 108 कमल के फूलों से बाबा का अभिषेक करेंगे।
8 किमी लंबा रोड शो के रास्ते, चौराहों, नुक्कड़ और घर झंडे-बैनरों से सजाए जा रहे हैं। 20 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश करने की तैयारी है। 18 स्पॉट पर काशी की जनता के साथ भाजपा के नेता भी मौजूद रहेंगे। जो कि पीएम का स्वागत करेंगे।
काशी विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट को 100 क्विंटल फूलों से सजाया जाएगा। दशाश्वमेध के साथ ही आस-पास के घाट भी देव दीपावली उत्सव जैसे सजेंगे। गंगा सेवा निधि की ओर से हर दिन होने वाली आरती से अलग विशेष आरती में 9 अर्चक मां गंगा की आरती करेंगे। घाट और सीढ़ियों पर लाल कारपेट बिछेगी।
रात में रोप-वे प्रोजेक्ट देखने जा सकते हैं पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी में 15 घंटे रहेंगे। रात्रि विश्राम के लिए बरेका स्थित ऑफिसर्स गेस्ट हाउस जाएंगे। रात में प्रधानमंत्री रोप-वे प्रोजेक्ट के कामकाज देखने जा सकते हैं। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी की जा रही है। रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन प्रधानमंत्री सुबह दिल्ली रवाना होंगे।
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के अधिकारियों ने मेंहदीगंज सभास्थल को अपने कब्जे में ले लिया है। टीम के सदस्य दशाश्वमेध घाट और काशी विश्वनाथ पर तैनात है। आज पुलिस लाइन में पीएम की सुरक्षा की ब्रीफिंग की गई है। इसके बाद डमी फ्लीट का रिहर्सल किया जाएगा।
दशाश्वमेध घाट पर गंगा पूजन और गंगा आरती में पीएम के शामिल होने से पहले ही गंगा में कोई नाव नहीं संचालित की जाएगी। डीसीपी के अनुसार सुरक्षा कारणों से शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक दशाश्वमेध घाट और शीतला घाट के सामने गंगा में नौका चलाने पर प्रतिबंध रहेगा। अस्सी घाट से अहिल्याबाई घाट तक और मीर घाट से नमो घाट तक नौका चलेंगी।