कानपुर में पान मसाला के रैपर लैमिनेट करने वाली एक फर्म पर केंद्रीय जीएसटी अधिकारियों ने छापा मारा। यह छापा शुक्रवार रात करीब नौ बजे शुरू हुआ और 22 घंटे से अधिक समय तक चला। इस कार्रवाई के दौरान कर चोरी और स्टॉक रजिस्टर में भारी गड़बड़ी के मामले सामने आए। छापेमारी दादानगर, पनकी, फजलगंज स्थित फर्मों और रंजीत नगर में स्थित आवास पर की गई, जहां तीन दर्जन से अधिक अधिकारियों ने जांच की सीजीएसटी अधिकारियों ने फर्म के मोबाइल और लैंडलाइन नंबरों को बंद करवाया और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त कर लिए। इसके बाद, फर्म के कंप्यूटर और कागजी रिकॉर्ड की जांच शुरू की गई। अधिकारियों ने फर्म मालिक और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से पूछताछ भी की। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी शनिवार सुबह पांच बजे तक जारी रही, और टीम ने रिकॉर्ड एकत्र किए। फिर रात करीब आठ बजे तक अधिकारियों ने इन रिकॉर्ड्स की जांच जारी रखी अधिकारियों ने जिन दस्तावेजों को जब्त किया, उनके आधार पर क्रॉस चेकिंग की गई, और स्टॉक और टैक्स रिकॉर्ड में कई अनियमितताएं पाई गईं। सूत्रों के अनुसार, टीम को इस छापेमारी में कर चोरी और स्टॉक में गड़बड़ी के कई संकेत मिले हैं। संभावना जताई जा रही है कि फर्म द्वारा करोड़ों रुपये की कर चोरी की गई है और स्टॉक को भी छिपाया गया है। हालांकि, अधिकारी इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान देने से बच रहे हैं
कानपुर: पान मसाला रैपर फर्म पर सीजीएसटी का छापा, टैक्स और स्टॉक जब्त!
कानपुर में पान मसाला के रैपर लैमिनेट करने वाली एक फर्म पर केंद्रीय जीएसटी अधिकारियों ने छापा मारा। यह छापा शुक्रवार रात करीब नौ बजे शुरू हुआ और 22 घंटे से अधिक समय तक चला। इस कार्रवाई के दौरान कर चोरी और स्टॉक रजिस्टर में भारी गड़बड़ी के मामले सामने आए। छापेमारी दादानगर, पनकी, फजलगंज स्थित फर्मों और रंजीत नगर में स्थित आवास पर की गई, जहां तीन दर्जन से अधिक अधिकारियों ने जांच की सीजीएसटी अधिकारियों ने फर्म के मोबाइल और लैंडलाइन नंबरों को बंद करवाया और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त कर लिए। इसके बाद, फर्म के कंप्यूटर और कागजी रिकॉर्ड की जांच शुरू की गई। अधिकारियों ने फर्म मालिक और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से पूछताछ भी की। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी शनिवार सुबह पांच बजे तक जारी रही, और टीम ने रिकॉर्ड एकत्र किए। फिर रात करीब आठ बजे तक अधिकारियों ने इन रिकॉर्ड्स की जांच जारी रखी अधिकारियों ने जिन दस्तावेजों को जब्त किया, उनके आधार पर क्रॉस चेकिंग की गई, और स्टॉक और टैक्स रिकॉर्ड में कई अनियमितताएं पाई गईं। सूत्रों के अनुसार, टीम को इस छापेमारी में कर चोरी और स्टॉक में गड़बड़ी के कई संकेत मिले हैं। संभावना जताई जा रही है कि फर्म द्वारा करोड़ों रुपये की कर चोरी की गई है और स्टॉक को भी छिपाया गया है। हालांकि, अधिकारी इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान देने से बच रहे हैं