प्रयागराज महाकुंभ 2025 के कारण नैनीताल में पर्यटकों की आमद में कमी आई है। वीकेंड पर नगर के अधिकांश होटल खाली रहे और पर्यटन स्थलों पर भी सैलानियों की आवाजाही कम रही। होटल एसोसिएशन के अनुसार प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या की वजह से नैनीताल में पर्यटक कम आए हैं सरोवर नगरी नैनीताल में इस वीकेंड सैलानियों की संख्या बेहद कम रही, जिसकी मुख्य वजह प्रयागराज महाकुंभ मानी जा रही है। पर्यटन कारोबारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी पर्यटकों की संख्या में कमी देखने को मिल सकती है। नैनीताल में कैंची धाम के कारण पर्यटन अब सालभर सक्रिय रहता है और वीकेंड पर होटल भी भरे रहते हैं। सप्ताह के अन्य दिनों में भी पर्यटकों की आवाजाही निरंतर बनी रहती है, लेकिन इस वीकेंड पर यह स्थिति नहीं रही। रविवार को नगर के अधिकांश होटलों में 50 प्रतिशत से अधिक कमरे खाली रहे।नैनीताल के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे चिड़ियाघर, केव गार्डन, स्नोव्यू, वाटरफॉल, बाटनिकल गार्डन इत्यादि पर भी सैलानियों की संख्या में कमी देखी गई। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट और महासचिव वेद साह का कहना है कि प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण नैनीताल में पर्यटकों की आमद कम हो रही है, लेकिन वे उम्मीद जताते हैं कि स्थिति जल्दी सुधार लेगी। उनका मानना है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह में आवासीय विद्यालयों का खुलना शुरू हो जाएगा, जिससे सैलानियों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।इसके अलावा, भवाली रोड पर यातायात में बढ़ोत्तरी और बलियानाला के पास हो रहे भू कटाव ने सुरक्षा को चुनौती दी है। लोनिवि ने अस्थाई रूप से मिट्टी से भरे कट्टों का सुरक्षा कवच तैयार किया है, लेकिन इसके तकनीकी पहलू पर सवाल उठ रहे हैं
प्रयागराज महाकुंभ के कारण नैनीताल के पर्यटन में गिरावट, वीकेंड पर होटलों में कमरे खाली

प्रयागराज महाकुंभ 2025 के कारण नैनीताल में पर्यटकों की आमद में कमी आई है। वीकेंड पर नगर के अधिकांश होटल खाली रहे और पर्यटन स्थलों पर भी सैलानियों की आवाजाही कम रही। होटल एसोसिएशन के अनुसार प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या की वजह से नैनीताल में पर्यटक कम आए हैं सरोवर नगरी नैनीताल में इस वीकेंड सैलानियों की संख्या बेहद कम रही, जिसकी मुख्य वजह प्रयागराज महाकुंभ मानी जा रही है। पर्यटन कारोबारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी पर्यटकों की संख्या में कमी देखने को मिल सकती है। नैनीताल में कैंची धाम के कारण पर्यटन अब सालभर सक्रिय रहता है और वीकेंड पर होटल भी भरे रहते हैं। सप्ताह के अन्य दिनों में भी पर्यटकों की आवाजाही निरंतर बनी रहती है, लेकिन इस वीकेंड पर यह स्थिति नहीं रही। रविवार को नगर के अधिकांश होटलों में 50 प्रतिशत से अधिक कमरे खाली रहे।नैनीताल के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे चिड़ियाघर, केव गार्डन, स्नोव्यू, वाटरफॉल, बाटनिकल गार्डन इत्यादि पर भी सैलानियों की संख्या में कमी देखी गई। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट और महासचिव वेद साह का कहना है कि प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण नैनीताल में पर्यटकों की आमद कम हो रही है, लेकिन वे उम्मीद जताते हैं कि स्थिति जल्दी सुधार लेगी। उनका मानना है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह में आवासीय विद्यालयों का खुलना शुरू हो जाएगा, जिससे सैलानियों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।इसके अलावा, भवाली रोड पर यातायात में बढ़ोत्तरी और बलियानाला के पास हो रहे भू कटाव ने सुरक्षा को चुनौती दी है। लोनिवि ने अस्थाई रूप से मिट्टी से भरे कट्टों का सुरक्षा कवच तैयार किया है, लेकिन इसके तकनीकी पहलू पर सवाल उठ रहे हैं