Report By : ICN Network
नोएडा के सेक्टर-151ए में बन रहे इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स प्रोजेक्ट को लेकर नोएडा अथॉरिटी ने बड़ी कार्रवाई की है। निर्माण कार्य में हो रही लगातार देरी और श्रमिकों की कमी को लेकर अथॉरिटी के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने सोमवार को मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया, जहां उन्हें काम पूरी तरह से बंद मिला। इस लापरवाही पर सख्त रुख अपनाते हुए उन्होंने निर्माण कंपनी मैसर्स कश्यपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने के आदेश दे दिए। साथ ही कंपनी से अनुबंध भी समाप्त कर दिया गया है। प्रोजेक्ट का शेष निर्माण कार्य अब किसी नई एजेंसी को सौंपा जाएगा, जिसके लिए नोएडा अथॉरिटी जल्द ही नई रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (RFP) जारी करेगी।
यह गोल्फ कोर्स 113.86 एकड़ क्षेत्र में बन रहा है और इसकी शुरुआत जुलाई 2021 में लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से हुई थी। इसकी पहली डेडलाइन सितंबर 2022 तय की गई थी, लेकिन अब तक केवल 68 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है। निर्माण में देरी और लागत बढ़ने के चलते अब तक इस परियोजना की अनुमानित लागत 140.08 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है, जिसमें सिविल और इलेक्ट्रिकल वर्क के लिए अतिरिक्त 40 करोड़ रुपये का बजट पहले ही स्वीकृत किया जा चुका है।
प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार से न सिर्फ निर्माण प्रभावित हुआ है, बल्कि इससे जुड़ी सदस्यता प्रणाली भी सवालों में आ गई है। मार्च 2023 तक 890 लोगों ने इस गोल्फ कोर्स की सदस्यता ली थी, जिनमें कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। लेकिन निर्माण में हो रही देरी और अनिश्चितता के चलते इनमें से 53 लोगों ने सदस्यता रद्द कर दी है। सदस्यता शुल्क की बात करें तो आम नागरिक के लिए यह ₹10 लाख, राज्य कर्मचारियों के लिए ₹3 लाख, केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ₹6 लाख और कॉरपोरेट्स के लिए ₹15 लाख निर्धारित है।
निर्माण कार्य में लापरवाही को देखते हुए अथॉरिटी ने सेक्टर-38 स्थित नोएडा गोल्फ क्लब को अस्थायी विकल्प के रूप में पेश किया था, लेकिन यह विकल्प भी उपयोगी साबित नहीं हो पाया। सीईओ की इस कार्रवाई के बाद अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि नई एजेंसी के माध्यम से प्रोजेक्ट को समय पर पूरा किया जाएगा और सदस्यों को अपेक्षित सुविधाएं जल्द मिल सकेंगी।