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नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश! विदेशी नागरिकों को ठगने वाली 18 सदस्यीय टोली धराई, साइबर ठगी का जाल चकनाचूर!    

नोएडा। विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर में वायरस डालकर उसे ठीक करने के नाम ठगी करने वाले एक कॉल सेन्टर का थाना फेस-3 पुलिस और क्राइम रिस्पांस टीम ने ज्वाइंट ऑपरेशन चला कर पर्दाफाश किया है। पुलिस ने ठगी करने वाले दो महिलाओं समेत 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह लोग गूगल ऐप के माध्यम से विदेशी नागरिकों का डाटा खरीदने के बाद उनके कंप्यूटर में वायरस डालकर उसे ठीक करने के नाम पर पैसा ऐंठा किया करते थे। पुलिस ने इनके पास से 23 लैपटॉप, 25 हैंडसेट, 23 माउस, 27 लैपटॉप चार्जर और 17 मोबाइल पेन ड्राइव और माइक्रोसॉफ्ट के आईडी कार्ड बरामद किया है।

डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि:- पुलिस की गिरफ्त आये सभी 18 आरोपी ध्रुव अरोड़ा पुत्र ओमप्रकाश अरोड़ा, आकाश तिवारी पुत्र अरेन्द्र तिवारी, आकाश कुमार पुत्र सुरेन्द्र कुमार, तरुण पुत्र राकेश शर्मा, मयूर नायक पुत्र मुकेश कुमार, गुरविन्दर सिंह पुत्र सतनाम सिंह, मयवो पुत्र आयसेक, सौरभ चन्द्रा पुत्र हरीश चन्द्रा, प्रत्युमन शर्मा पुत्र सीताराम शर्मा, गौरव जसरोटिया पुत्र बलविन्दर सिंह, कुनाल राजवंशी पुत्र स्व. दिलीप सिंह, दिव्यांश पुत्र संजय भडाला, अपूर्व पुत्र रविन्द्र सिंह, मोहम्मद फेजुल पुत्र मोहम्मद रहमान, अस्मीत सिंह पुत्र बलजीत सिंह, हरमन प्रीत पुत्र पृथ्वी पाल सिंह, रितु राजपूत पुत्री राजबहादुर तथा सुकृति पुत्री उपेन्द्र सिंह को ए-43 सेक्टर 65 से गिरफ्तार किया गया है।

डीसीपी ने बताया कि:- अभियुक्तगण फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे और गूगल ऐप के माध्यम से विदेशी नागरिकों का डाटा खरीदने और उनके कंप्यूटर में वायरस डालकर उसे सही करने के नाम पर धोखाधड़ी कर पैसा ठगने का काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी यूएस में वेंडर के साथ मिलकर विदेशी नागरिकों का डाटा एकत्र कर और उनके कंप्यूटरों में वायरस डाल देते थे। फिर खुद को माइक्रोसॉफ्ट सपोर्ट का टेक्नीशियन बात कर एक्स लाइट ऐप के माध्यम से संपर्क करते थे। और उनको अल्ट्रा व्यूवर और टीम व्यूवर डाउनलोड करने को कहते थे। फिर बताते थे कि आपका सिस्टम हैक हो गया है और आपका बैंक अकाउंट,  क्रेडिट कार्ड भी हैक होने की संभावना है। जब कॉलर अपनी डिटेल चेक करता था तो उसकी डिटेल की स्क्रीनशॉट लेकर रख लेते थे। फिर विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर को सही करने के नाम पर पेमेंट जीले ऐप और क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से लेते थे। उन्होंने बताया कि अभियुक्तों के खिलाफ अन्य वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।



By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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