विपक्षी दल, विशेष रूप से इंडी गठबंधन, बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं और चुनाव आयोग पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगा रहे हैं। इस मुद्दे पर विरोध जताने के लिए इंडी गठबंधन ने सोमवार को संसद भवन से चुनाव आयोग के कार्यालय तक विरोध मार्च निकालने की घोषणा की है। मार्च सुबह 11:30 बजे शुरू होगा। दिग्विजय सिंह का आरोप: बीएलओ भर रहे ‘फर्जी फॉर्म’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) एक कमरे में बैठकर ‘फर्जी फॉर्म’ भर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग ने कई मृत व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची से हटाने की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने विरोध मार्च का फैसला किया है। किरेन रिजिजू का जवाब: नियमों के तहत चर्चा को तैयार
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने 1 अगस्त को कहा था कि सरकार नियमों के तहत किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन SIR पर बहस नहीं हो सकती, क्योंकि यह एक संवैधानिक संस्था, भारत के चुनाव आयोग, द्वारा संचालित प्रक्रिया है। यह विवाद बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची की प्रक्रिया को लेकर गहराता जा रहा है, और विपक्ष ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है।[]