Report By: ICN Network
मुंबई : वसई-विरार नगर निगम (VVMC) के पूर्व आयुक्त और IAS अधिकारी अनिल पवार पर ईडी (ED) ने शिकंजा कस दिया है। अवैध निर्माण और धन शोधन के मामले में पवार समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने मुंबई की विशेष अदालत को बताया कि अनिल पवार ने प्रशासनिक ताकतों का दुरुपयोग करते हुए बिल्डरों से मिली अवैध कमाई को हवाला और अंगड़िया नेटवर्क के जरिये सफेद किया।
ईडी की दलील के बाद अदालत ने पवार और अन्य आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में नगर योजनाकार वाई. शिवा रेड्डी और बिल्डर सीताराम गुप्ता व अरुण गुप्ता शामिल हैं।
एजेंसी का कहना है कि आरोपियों ने बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रशासनिक और वित्तीय प्रणाली का जानबूझकर दुरुपयोग किया। जांच में यह भी सामने आया है कि अनिल पवार और उनकी टीम ने काले धन को सफेद करने के लिए हवाला चैनलों का सहारा लिया।
ईडी ने अदालत में दावा किया कि यह सिर्फ महाराष्ट्र तक सीमित नहीं है, बल्कि इस नेटवर्क के तार अंतरराज्यीय और सीमा पार तक फैले हुए हैं। एजेंसी ने यह भी कहा कि आरोपियों के पास सबूतों से छेड़छाड़ करने और गवाहों को प्रभावित करने की क्षमता है।
विशेष न्यायाधीश राजू रोटे ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच पूरी होने तक सभी आरोपियों की न्यायिक हिरासत जरूरी है।