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ग्रेटर नोएडा में भारत का पहला निजी इंटीग्रेटेड कैटल एंड प्लांट जीनोमिक्स सेंटर शुरू, आत्मनिर्भर कृषि को मिली नई ताकत

भारत का पहला निजी इंटीग्रेटेड कैटल एंड प्लांट जीनोमिक्स सेंटर शुरूभारत का पहला निजी इंटीग्रेटेड कैटल एंड प्लांट जीनोमिक्स सेंटर शुरू
भारत की कृषि और पशुधन अनुसंधान को एक नई ऊंचाई देने वाला ऐतिहासिक कदम आज यहां उठाया गया। लीड्स कनेक्ट की सहायक कंपनी लीड्स एग्री जेनेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड ने ग्रेटर नोएडा के इकोटेक-2 में देश का पहला निजी इंटीग्रेटेड सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर कैटल एंड प्लांट जीनोमिक्स का शुभारंभ किया। यह पहल कृषि जैव-प्रौद्योगिकी और पशुधन जीनोमिक्स में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। कंपनी ने ब्राजील से गिर नस्ल के भ्रूण का आयात कर ब्रीड इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम में भागीदारी की है, जो इसे पहली भारतीय निजी कंपनी बनाती है।

उद्घाटन समारोह: किसानों की उत्पादकता और समाज कल्याण पर जोर

सेंटर का उद्घाटन बीएल एग्रो ग्रुप के चेयरमैन श्री घनश्याम खंडेलवाल ने किया। उन्होंने कहा, “जीनोमिक्स तकनीकें न केवल किसानों की उत्पादकता बढ़ाने में सहायक होंगी, बल्कि समाज के समग्र कल्याण में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगी।” वहीं, लीड्स कनेक्ट सर्विसेज के चेयरमैन एवं एमडी नवनीत रविकर ने बताया, “भारतीय कृषि एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ी है, जहां जलवायु परिवर्तन और अधिक उपज का दबाव किसानों के लिए चुनौतियां पैदा कर रहा है। यह सेंटर आत्मनिर्भरता और सस्टेनेबल खेती की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।”

अत्याधुनिक लैब: जेनेटिक विविधता और ब्रीडिंग में लाएगी तेजी

नई लैब विश्वस्तरीय तकनीकों से लैस है, जिसमें इल्युमिना आई-स्कैन, नोवासेक, पैकबायो, ऑक्सफोर्ड नैनोपोर और 10X क्रोमियम जैसे उन्नत उपकरण शामिल हैं। इनके जरिए जेनेटिक विविधता, ब्रीडिंग और ट्रेट मैपिंग की प्रक्रिया को गति मिलेगी। सेंटर एंड-टू-एंड जीनोमिक्स समाधान प्रदान करेगा, जो विशेषताओं की खोज से लेकर प्रजनन प्रक्रिया तक सब कुछ कवर करेगा। इससे प्रोडक्टिविटी, सस्टेनेबिलिटी और फूड सिक्योरिटी पर सकारात्मक असर पड़ेगा।

नेतृत्व में डॉ. आशीष दुबे: दो दशक का अनुभव लाएंगे नई क्रांति

इस महत्वाकांक्षी परियोजना का नेतृत्व डॉ. आशीष दुबे कर रहे हैं, जिन्हें लैब का चीफ बिजनेस ऑफिसर (CBO) नियुक्त किया गया है। रेडक्लिफ लैब्स के सह-संस्थापक रह चुके डॉ. दुबे के पास कृषि और मानव स्वास्थ्य से जुड़ी जीनोमिक परियोजनाओं में 20 वर्ष से अधिक का अनुभव है। उन्होंने कहा, “जीनोमिक्स ने पिछले दशक में विज्ञान की दिशा बदल दी है और कृषि को इसका सबसे बड़ा लाभ मिलेगा। हमारा लक्ष्य रिसर्चर्स, ब्रीडर्स और किसानों को तेज इनोवेशन और सस्टेनेबल खेती के लिए सशक्त बनाना है।”

कंपनी का मिशन: डीएनए सीक्वेंसिंग से कृषि को नया आयाम

लीड्स एग्री जेनेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, बीएल एग्रो समूह की प्रमुख इकाई है, जो डीएनए सीक्वेंसिंग, प्रेसाइज ब्रीडिंग और डेटा-ड्रिवन चयन तकनीकों के जरिए कृषि को नया स्वरूप देने के मिशन पर कार्यरत है। दूसरी ओर, लीड्स कनेक्ट सर्विसेज एक कृषि-टेक कंपनी है, जो फसल निगरानी, नुकसान आकलन और किसानों के लिए इनोवेटिव एग्री-क्रेडिट स्कोर जैसे समाधान मुहैया कराती है। ग्रेटर नोएडा में स्थापित यह सेंटर न केवल एक लैब है, बल्कि भारत को वैश्विक एग्री-जीनोमिक्स रिसर्च में अग्रणी बनाने का मजबूत रोडमैप है। यह किसानों को अधिक उत्पादक और टिकाऊ भविष्य की ओर ले जाएगा।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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