बस बुकिंग वेबसाइट्स के अनुसार, 18, 19, 21, 22 अक्तूबर को सबसे अधिक दबाव रह सकता है। दरअसल 20 अक्तूबर दिवाली मनाई जाएगी। 18, 19 अक्तूबर इस दिन नोएडा से लखनऊ जाने वाली वातानुकूलित निजी बस का किराया औसतन 4999 रुपये तक पहुंच गया है, जबकि आम दिनों में यही किराया केवल 600 से 700 रुपये रहता है।
दीपावली पर यात्रियों की भारी भीड़ के चलते वातानुकूलित निजी बसों का किराया रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचता जा रहा है। किराए में सात गुना तक की बढ़ोतरी आंकी जा रही है और आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। वहीं, रोडवेज की वातानुकूलित बसें भी अपनी सेवाएं दे रही हैं। साधारण बसों में सीटें उपलब्ध हैं, लेकिन त्योहारों के दौरान बुकिंग के बावजूद सीट मिलना आमतौर पर मुश्किल हो जाता है।चार दिन रहेगा दबावबस बुकिंग वेबसाइट्स के अनुसार, 18, 19, 21, 22 अक्तूबर को सबसे अधिक दबाव रह सकता है। दरअसल 20 अक्तूबर दिवाली मनाई जाएगी। 18, 19 अक्तूबर इस दिन नोएडा से लखनऊ जाने वाली वातानुकूलित निजी बस का किराया औसतन 4999 रुपये तक पहुंच गया है, जबकि आम दिनों में यही किराया केवल 600 से 700 रुपये रहता है। इसी तरह नोएडा से कानपुर का रोजाना का किराया 700-900 रहता है, लेकिन 18,19 और 21, 22 अक्तूबर को यही किराया तीन-चार गुना बढ़कर 2000-3500 रुपये तक हो गया है। प्रयागराज का किराय सात हजार के ऊपर
नोएडा से वाराणसी का किराया 5770 रुपये, गोरखपुर का 7304 रुपये और प्रयागराज का 7350 रुपये तक पहुंच चुका है। निजी बस ऑपरेटरों का कहना है कि त्योहारों में मांग अधिक और सीटें कम होने से किराया बढ़ाना मजबूरी होती है। एक ऑपरेटर ने बताया कि त्योहारों के दिनों में ही कमाई का मौका मिलता है, बाकी साल नुकसान में बसें चलती हैं। उन्होंने यात्रियों को सलाह दी कि जो लोग त्योहार में सफर की योजना बना रहे हैं, वे तुरंत सीट बुक करा लें, वरना अंतिम समय पर किराया और बढ़ जाएगा।आधिकारिक वेबसाइट से बुक की जा सकती है टिकटउत्तर प्रदेश परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार ने बताया कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा डिपो से 305 साधारण बसें संचालित हैं।
यात्रियों की सुविधा के लिए www.upsrtc.up.gov.in वेबसाइट पर ऑनलाइन सीट बुकिंग की जा सकती है। भीड़ वाले रूटों पर बसों की संख्या भी बढ़ाई गई है। निजी ऑपरेटरों ने भीड़ वाले रूटों पर दो से तीन अतिरिक्त बसें लगाई हैं, ताकि यात्रियों को सुविधा मिल सके। वहीं, मोरना स्थित नोएडा डिपो की अपनी एसी बसें नहीं हैं, लेकिन अन्य डिपो की कई वातानुकूलित बसें नोएडा होकर गुजरेंगी।