इसके अलावा दोनों भाई फर्जी पासपोर्ट रैकेट से भी जुड़े हुए हैं। पुलिस ने आरोपी आदिल हुसैनी के पास से एक भारतीय पासपोर्ट के अलावा दो फर्जी पासपोर्ट की कॉपी बरामद की हैं। अख्तर को मुंबई पुलिस ने वहीं से गिरफ्तार किया है। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि दोनों भाई पाकिस्तान समेत कई देशों की यात्राएं कर चुके हैं। इनके विदेशी न्यूक्लियर वैज्ञानिकों से संबंध हैं। इनके क्या इरादे थे और इन लोगों ने क्या-क्या सूचनाएं लीक कीं, इसका पता लगाया जा रहा है। गिरफ्तारी के बाद आदिल को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस के अलावा कई खुफिया एजेंसियां उससे पूछताछ कर छानबीन कर रही है।
स्पेशल सेल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि उनकी टीम पिछले काफी समय से आदिल हुसैनी की जानकारी जुटाने में लगी थी। इस दौरान टीम को पता चला कि आरोपी पिछले काफी समय से दिल्ली के सीमापुरी इलाके में रहकर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है। वह नकली पासपोर्ट रैकेट से जुड़ा है। इसके अलावा वह देश की संवेदनशील सूचनाएं विदेश भेज रहा है। जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने रविवार को सीमापुरी में छापमारी कर उसे दबोच लिया। आरोपी जमशेदपुर, टाटा नगर, झारखंड का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसके खिलाफ स्पेशल सेल के थाने में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
सीक्रेट सेंटर की तीन आईडी बनवाने का आरोप… दिल्ली के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली और मुंबई पुलिस मिलकर इस जासूसी रैकेट की जांच कर रही है। मुंबई से गिरफ्तार अख्तर हुसैनी से पूछताछ के बाद पता चला है कि उसने भारत के अलग-अलग सीक्रेट सेंटर की 3 आईडी बनाई थीं। इसके बाद उसने वहां से संवेदनशील सूचनाएं जुटाईं। अख्तर कई बार खाड़ी देशों की यात्राएं भी कर चुका है। बताया जा रहा है कि इनके जासूसी नेटवर्क में कई लोग जुड़े हैं। पुलिस ने इनकी पहचान कर ली है। फिलहाल यह फरार बताए जा रहे हैं। आरोपियों ने किन-किन लोगों के पासपोर्ट बनवाए अब इसका पता लगाने का भी प्रयास किया जा रहा है।

