जिला प्रशासन शिविर लगाकर मतदाताओं का सत्यापन करने में जुटा है। मतदाताओं से सहयोग करने की अपील भी की है। 4 नवंबर से जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र में एसआईआर अभियान चल रहा है। कार्यक्रम के तहत जिले के 18.65 लाख मतदाताओं का सत्यापन होना है। यह काम 4 दिसंबर तक पूरा होना था। निर्वाचन आयोग ने अभियान की अवधि 11 दिसंबर कर दी है। गौतमबुद्ध नगर की तीनों विधानसभा क्षेत्रों में गणना प्रपत्र वितरण का काम पूरा हो गया है। अब गणना प्रपत्र भरवाकर जमा करवाने का काम चल रहा है।
सोमवार दोपहर तक करीब 66 प्रतिशत प्रपत्र जमा हो सके हैं। इन प्रपत्र का डिजिटाइजेशन कर लिया गया है। बाकी 34 प्रतिशत प्रपत्र को जमा कराने की चुनौती प्रशासन के सामने हैं। अब 10 दिन में 100 प्रतिशत प्रपत्रों का डिजिटलाइजेशन करवाना प्रशाासन के लिए चुनौती होगी। अधिकारियों का कहना है कि उन क्षेत्र को चिन्हित किया गया है, जहां फार्म जमा नहीं हो रहे हैं। वहां पर विशेष शिविर लगाकर प्रपत्रों को जमा करवाया जागा। वहीं सत्यापन की पूरी प्रक्रिया होने के बाद नाम हटाने का काम भी किया जा रहा है। अब तक 7 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से हटाया जा चुका है। इनकी संख्या करीब 1.30 लाख हैं। अफसरों ने बताया कि एसआईआर के बाद जिन मतदाताओं का नाम हटाया गया है उनमें मृतक और शिफ्ट होने वाले मतदाता थे। अभी बाकी का सत्यापन किया जा रहा है। कॉलेजों से अलग-अलग शहरों में गए 80 प्रतिशत छात्र मतदाता सूची के पुनरीक्षण अभियान के दौरान नए मतदाताओं को जोड़ा जाता है। इसमें 18 साल के युवाओं पर विशेष ध्यान रहता है। कॉलेजों में विशेष शिविर लगाए जाते हैं। जहां बड़ी संख्या में मतदाता बनाए गए लेकिन एसआईआर के दौरान करीब 80 प्रतिशत मतदाताओं के शिफ्ट होने की बात सामने आई है। शारदा विश्वविद्यालय के बूथ से ही 80 प्रतिशत मतदाता शिफ्ट हो चुके हैं। प्रशासन इस पर विशेष ध्यान दे रहा है। हर बीएलओ पर रखी जा रही विशेष नजर
प्रशासन ने फिसड्डी बीएलओ से लेकर टॉप-5 व टॉप-10 बीएलओ चिह्नित किए है। सुपरवाइजर के साथ कॉर्डिनेटर, सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है। सभी मिलकर बीएलओ की मदद कर रहे हैं ताकि उन बूथों पर एसआईआर का काम तेजी से पूरा कराया जा सके।

