यूपी के बस्ती ज़िले में वैसे तो विकास के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं लेकिन अभी भी तमाम गांव ऐसे हैं जो विकास से कोसों दूर है, आने- जाने की मूलभूत सुविधाओं का भी ग्रामीणों का इंतजार है उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले का एक ऐसा ही गांव है मलहवारे जहां पर अभी ग्रामीणों को आवागमन के लिए एक पुल का इंतजार है ग्रामीण नाव के जरिए प्रतिदिन दुर्घटना की आशंका के बीच आवागमन कर रहे हैं। बस्ती जिले के महादेवा विधानसभा में स्थित मलहवारे गांव के ग्रामीण खुद ही लोगों के सहयोग से लकड़ी व बांस के पुल से आवागमन करने को मजबूर हैं। बाढ़ आने पर लकड़ी का पुल टूट जाता है।
ग्रामीण अपने इस दुश्वारी से निपटने के लिए खुद ही लकड़ी का पुल का निर्माण रहे हैं, स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि गांव वालों की मदद से कुँवानो नदी पर बांस व लकड़ी की मदद से पुल का निर्माण किया जा रहा है ताकि बच्चों को स्कूल आने-जाने में सुविधा हो सके, साथी लोगों को शहर जाने में भी आसानी हो। अभी तक नाव के सहारे हम सभी ग्रामीण आवागमन कर रहे हैं ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव का समय आता है तो नेता वादे तो करते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद ही लोग भूल जाते हैं। वही इस बारे में जब महादेवा विधानसभा के विधायक दूधराम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले में शासन को पत्र लिखा गया है। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द पुल का निर्माण हो सके ताकि ग्रामीणों को आवागमन की सुविधा मिल सके।