क्या आपने कभी सुना है, की एक भीख मांगने वाला जो अपनी जिंदगी गुजर बसर करने के लिए लोगों से पैसे मांगता हो ,उसने 10 लाख रुपए दान दिए हैं। लेकिन यह सच हुआ है कि जब एक मंदिर के बाहर लोगों से पैसे मांगने वाला साधु जो मंदिर के बाहर बैठकर लोगों से पैसे मांगता था। उसने मंदिर के लिए 10 लाख रुपए दान दिए हैं। लोगों को यह सुनकर बड़ी हैरानी होती है । वाकई यह हैरानी वाली बात भी है ,आईए जानते हैं कि आखिर यह कौन है…
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के रहने वाले एक भिखारी ने यह छवि एक झटके में बदल दी,ये भिखारी नहीं लखपति हैं ।इन्हें लोग इनके सरनेम यानि रेड्डी से जानते हैं।रेड्डी रिक्शा चलाकर अपना गुजारा करते थे।लेकिन उम्र ढली तो रिक्शा छोड़ कमंडल थाम लिया और भिक्षा मांगने लगे।विजवाड़ा के साई बाबा मंदिर को इन्होंने अपना ठिकाना बना लिया।बस सांई बाबा इन पर मेहरबान हो गए।
मदिर के सामने भीख मागने वाले ,साधु ने उसी मंदिर को 10 लाख रुपए दान कर दिए हैं।सबसे बड़ी बात यह है कि वह रोज सुबह उठकर कृष्णा नदी में नहाता है ,मंदिर जाकर माथा टेकता है। उसके बाद अपने भिखारी साथियों को खाना खिलाता है। भीख में मिलने वाले जो पैसे बच जाते उसे समय-समय पर वह मंदिर के प्रधान को दान कर देता है। ये भिखारी अब तक मंदिर को 9.50 लाख रुपए दान कर चुका है। विजयवाड़ा में रहने वाले रेड्डी इन दिनों लखनऊ और अयोध्या के दौरे पर है। वहां के लोग रेडी के बारे में बताते हैं रेड्डी की सोच यह है की साईं बाबा के नाम पर दान करना भी बहुत जरूरी है ,इसलिए वह ऐसा करते हैं।