सीएसई की कार्यकारी निदेशक अनुमिता रॉयचौधरी ने बताया कि पीएम2.5, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड व कार्बन मोनोऑक्साइड का मिश्रण मुख्य रूप से वाहनों के उत्सर्जन व दहन स्रोतों से बन रहा है। सुबह 7-10 व शाम 6-9 बजे के व्यस्त समय में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, जो वाहनों से सीधे जुड़ी है व पीएम2.5 में एक साथ वृद्धि होती है। कार्बन मोनोऑक्साइड का बढ़ता स्तर खून को गाढ़ा कर दम घोंट रहा है। इस सर्दी में दिल्ली के 22 निगरानी स्टेशनों पर 59 में से 30 से अधिक दिनों में कॉर्बन मोनोऑक्साइड 8 घंटे के मानक से ऊपर पाया गया।
दिल्ली: (सीएसई) के एक नए विश्लेषण ने दिल्ली-एनसीआर की हवा की गुणवत्ता पर गंभीर चिंता जताई
सीएसई की कार्यकारी निदेशक अनुमिता रॉयचौधरी ने बताया कि पीएम2.5, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड व कार्बन मोनोऑक्साइड का मिश्रण मुख्य रूप से वाहनों के उत्सर्जन व दहन स्रोतों से बन रहा है। सुबह 7-10 व शाम 6-9 बजे के व्यस्त समय में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, जो वाहनों से सीधे जुड़ी है व पीएम2.5 में एक साथ वृद्धि होती है। कार्बन मोनोऑक्साइड का बढ़ता स्तर खून को गाढ़ा कर दम घोंट रहा है। इस सर्दी में दिल्ली के 22 निगरानी स्टेशनों पर 59 में से 30 से अधिक दिनों में कॉर्बन मोनोऑक्साइड 8 घंटे के मानक से ऊपर पाया गया।

