Report By : ICN Network
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने वक्फ कानून के खिलाफ मुस्लिम समुदाय से एक सांकेतिक विरोध प्रदर्शन की अपील की है। उनका कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने असंवैधानिक तरीके से यह कानून लागू किया है, जिसे लेकर मुस्लिम समाज में गुस्सा और नाराजगी है।
अबू आजमी ने 30 अप्रैल 2025 को रात 9 बजे से सवा 9 बजे तक अपने घरों, दुकानों और दफ्तरों की बत्तियाँ बुझाने की अपील की है। उन्होंने इसे गुस्से का शांतिपूर्ण इजहार और विरोध का तरीका बताया है।
इस कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएँ दायर की गई हैं, जिनमें केंद्र सरकार से जवाब माँगा गया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि 1923 से वक्फ बाय यूजर प्रावधान के तहत रजिस्ट्रेशन जरूरी होने के बावजूद इसका दुरुपयोग कर निजी और सरकारी संपत्तियों को वक्फ घोषित किया जाता रहा, जिसे रोकना जरूरी था।
अबू आजमी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमले की पूरे देश में धर्म और जाति से ऊपर उठकर लोग खुलकर निंदा कर रहे हैं, खासकर मुसलमान कह रहे हैं कि वे देश के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकियों ने धर्म पूछा, फिर मारा।
अबू आजमी ने यह भी आरोप लगाया कि जब से यह सरकार आई है, सिर्फ हिंदू-मुस्लिम हो रहा है, आतंकियों को पता था कि इस हरकत से देश में अस्थिरता फैलेगी। उन्होंने कहा कि लोग कह रहे हैं कि मुसलमानों ने मदद की। घटना के बाद सभी मुसलमानों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है?
उन्होंने मंत्री नितेश राणे द्वारा दुकानदारों से हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद ही सामान खरीदने की बात पर भी आपत्ति जताई और सरकार से कार्रवाई की माँग की है।