जिले की आईजीआरएस रैंकिंग गिरने पर अधिकारियों पर एक्शन शुरू हो गया है। एसडीएम नरवल, बीडीओ चौबेपुर और जलकल महाप्रबंधक पर कार्रवाई की गई। वहीं नगर आयुक्त को पत्र लिखकर संबंधित अधिकारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित करने को कहा गया है
IGRS रैंकिंग गिरने पर डीएम की सख्त कार्रवाई, अधिकारियों को नोटिस जारी
कानपुर जिले में जनता की शिकायतों के समाधान में लापरवाही बरतने और नकारात्मक फीडबैक मिलने के कारण IGRS (Integrated Grievance Redressal System) रैंकिंग में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इस पर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।रैंकिंग में गिरावट के कारण बढ़ी सख्ती
शासन द्वारा जनता की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण और त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन कानपुर जिले में इस दिशा में लगातार लापरवाही और ढिलाई बरती जा रही थी, जिससे जिले की IGRS रैंकिंग में लगातार गिरावट दर्ज की गई। दिसंबर माह में कानपुर जिला प्रदेश में 49वें स्थान पर था, लेकिन जनवरी में यह चार अंक लुढ़ककर 53वें स्थान पर पहुंच गया इस गिरावट को गंभीरता से लेते हुए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जो अधिकारी जनता की शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और इस तरह की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।इन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
डीएम ने जिला स्तर पर कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इनमें शामिल हैं:- बीडीओ चौबेपुर चंद्रमणि (तत्कालीन बीडीओ घाटमपुर) – उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि (Adverse Entry) दी गई है।
- एसडीएम नरवल ऋषभ शर्मा – उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी किया गया है।
- जलकल महाप्रबंधक – उन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।