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Adani Power Shares: अडानी पावर के शेयरों ने भरी उड़ान, भूटान के साथ मेगा डील ने बनाया रॉकेट, कीमतों में आया तूफानी उछाल!

अडानी पावर के शेयरों ने भरी उड़ानअडानी पावर के शेयरों ने भरी उड़ान
Adani Power Shares: उद्योग जगत के दिग्गज गौतम अडानी की अगुवाई में अडानी पावर के शेयरों ने आज बाजार में तहलका मचा दिया! कारोबारी सत्र के दौरान कंपनी के शेयरों में 4.74% की जोरदार उछाल देखने को मिली, जिसने कीमत को 638.70 रुपये के शिखर तक पहुंचा दिया। इस शानदार तेजी के पीछे की वजह है पड़ोसी देश भूटान के साथ एक ऐतिहासिक डील, जिसने निवेशकों के चेहरों पर रौनक ला दी। अडानी पावर ने भूटान की सरकारी कंपनी ड्रुक ग्रीन पावर कॉर्पोरेशन (DGPC) के साथ 570 मेगावाट के वांगछू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के लिए हाथ मिलाया है, जो दोनों देशों के लिए ऊर्जा क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।

6000 करोड़ का महानिवेश: वांगछू प्रोजेक्ट की चमक

इस मेगा प्रोजेक्ट में 6000 करोड़ रुपये का भारी-भरकम निवेश किया जाएगा, जो वांगछू हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट और इससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को आकार देगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम 2026 की पहली छमाही में शुरू होने की उम्मीद है, और इसे पांच साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रोजेक्ट न केवल भूटान की सर्दियों में बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करेगा, बल्कि गर्मियों में भारत को बिजली निर्यात करके दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। SB ख्यालिया, CEO, अडानी पावर, ने कहा, “यह प्रोजेक्ट भूटान की ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है और भारत के साथ हरित ऊर्जा सहयोग को मजबूत करेगा।”

अडानी समूह का रिन्यूएबल एनर्जी में दमदार दांव

गौतम अडानी के नेतृत्व में अडानी समूह ऊर्जा क्षेत्र में अपनी बादशाहत को और मजबूत करने की राह पर है। समूह ने वित्त वर्ष 2032 तक रिन्यूएबल एनर्जी के उत्पादन और वितरण में 60 अरब डॉलर के निवेश की भव्य योजना बनाई है। इसका लक्ष्य है वित्त वर्ष 2025 के 14.2 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को 50 गीगावाट तक पहुंचाना। अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL), जो समूह का अहम हिस्सा है, यूटिलिटी-स्केल सोलर और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स को डेवलप और मेंटेन करने में जुटा है, जो भारत की हरित ऊर्जा क्रांति का नेतृत्व कर रहा है।

ट्रांसमिशन लाइनों का जाल और भविष्य की योजनाएं

अडानी समूह की महत्वाकांक्षा यहीं नहीं रुकती! AGEL ने वित्त वर्ष 2030 तक भारत की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए 30,000 किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन लाइनों की स्थापना का प्लान बनाया है, जो 31 मार्च 2025 तक 19,200 किलोमीटर थी। इसके अलावा, अडानी पावर के जरिए वित्त वर्ष 2032 तक 22 अरब डॉलर का निवेश करके मौजूदा 17.6 गीगावाट की क्षमता को 41.9 गीगावाट तक बढ़ाने की योजना है। देश की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर उत्पादक कंपनी के रूप में अडानी पावर गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, और तमिलनाडु में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज करा चुकी है। साथ ही, गुजरात में 40 मेगावाट का सोलर पावर प्रोजेक्ट भी इसकी उपलब्धियों में शामिल है।

शेयर बाजार में रॉकेट की रफ्तार

इस डील की घोषणा के बाद अडानी पावर के शेयरों ने बाजार में रॉकेट की तरह उड़ान भरी। BSE पर शेयर 6.46% चढ़कर 649.20 रुपये तक पहुंचे, और कंपनी का मार्केट कैप 2.44 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर जा पहुंचा। तकनीकी विश्लेषण में शेयर 5, 10, 20, 30, 50, 100, 150, और 200-दिनों के मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है, जो इसकी बुलिश रफ्तार को दर्शाता है।

भारत-भूटान का हरित भविष्य

वांगछू प्रोजेक्ट मई 2025 में अडानी समूह और DGPC के बीच हुए 5000 मेगावाट हाइड्रोपावर डेवलपमेंट के MoU का पहला कदम है। दोनों पक्ष भविष्य में और भी परियोजनाओं के लिए चर्चा में जुटे हैं। DGPC, जो भूटान की एकमात्र पावर जनरेशन यूटिलिटी है, 2040 तक 25,000 मेगावाट की क्षमता हासिल करने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है। यह डील न केवल अडानी पावर के लिए एक सुनहरा मौका है, बल्कि भारत और भूटान के बीच दशकों पुराने हाइड्रोपावर सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। दशो छेवांग रिंजिन, MD, DGPC, ने कहा, “यह प्रोजेक्ट भूटान की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और भारत के साथ ग्रिड कनेक्टिविटी को और सशक्त बनाएगा।

अडानी पावर की यह डील और शेयरों की रफ्तार निवेशकों के लिए उत्साह का सबब है। क्या यह तेजी बरकरार रहेगी? बाजार की नजर अब इस ऊर्जा दिग्गज के अगले कदम पर टिकी है!

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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