Report By : ICN Network kanpur (UP)
कानपुर में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मोहम्मद सुलेमान ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है की यूनिफॉर्म सिविल कोड को ड्रामे के तहत केवल मुसलमान को टारगेट करने के लिए लाया जा रहा है। ध्रुवीकरण करके चुनावी फायदे के लिए लोकसभा चुनाव से पहले UCC को लेकर मुद्दा बनाया जा रहा है।
मोहम्मद सुलेमान ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के संस्थापक सदस्य हैं, उन्होंने कहा है की सरकार इस तरह के बयान चुनावी फायदे के लिए जारी कर रही है। कि लोकसभा चुनाव से पहले यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किया जाएगा। जिस तरह से उत्तराखंड और गोवा में यूनिफॉर्म सिविल कोड का विधयेक लाया गया है। उन विधयेक के नियम क्लासेस की बात की जाए तो गोवा और उत्तराखंड में अलग-अलग दिखाई दिए हैं। जबकि यूनिफॉर्म सिविल कोड का मतलब ही है, एक समान कानून तो अलग-अलग राज्यों में उसे कानून में अलग-अलग नियम कैसे हो सकते हैं। कुल मिलाकर इस कानून को केवल मुसलमानो को टारगेट कर चुनाव में ध्रुवीकरण करके चुनावी फायदा लेना है। सुलेमान ने कहा की एक तरह से मुस्लिम एक्ट को हिंदू एक्ट की तरह से बनाने की कोशिश की जा रही है। इससे इस्लामी सरिया कानून प्रभावित हो सकता है ,जिस तरह से मुस्लिम एक्ट में महिलाओं को लेकर संपत्ति देने के अधिकार और उनके निकाह या इद्दत के नियमों में भी बदलाव हो जाएंगे। जो कि इस्लामी सरिया कानून के हिसाब से सही नहीं होंगे। सुलेमान ने कहा की नीति और नियति में फर्क है ।इसीलिए यूनिफॉर्म सिविल कोड एक समान लागू नहीं किया जा रहा है।