कुछ आई विटनेस ने भगदड़ के हालात भी बयां किए. एक ने न्यूज18 इंडिया के कैमरे पर कहा कि ‘एक ही रूट से लोग आ भी रहे थे और जा भी रहे थे, तो दिक्कतें आएंगी हीं. हम लोग भी लाइन में लगे हुए थे और पता लगा कि धक्का मुक्की हो गई है महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के दिन मंगलवार और बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए जुटे थे। इस दौरान अचानक भगदड़ मच गई, जिससे स्थिति काफी बिगड़ गई। कई लोग घायल हो गए और इलाज के लिए कुंभ मेला क्षेत्र के अस्पतालों में भेजे गए। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को प्रयागराज के विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया। हालांकि, घटना में कितने लोगों की मौत हुई, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। घटना के बाद स्थिति सामान्य हो गई, लेकिन भगदड़ में बचे हुए लोग अपनी दर्दनाक कहानियां मीडिया के कैमरों पर बता रहे थे। मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर संगम तट पर लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे थे। सबसे अधिक भीड़ संगम तट पर थी। बताया जा रहा है कि जब श्रद्धालु एक जगह से गुजर रहे थे, अचानक बैरिकेड टूट गए, जिसके कारण भगदड़ मच गई और लोग एक दूसरे पर चढ़ गए। इसके चलते कई लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हुए। प्रशासन ने तुरंत एंबुलेंस भेजी और घायलों को मेला क्षेत्र के अस्पताल में भेजा। एंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया था, जिससे घायलों को जल्दी अस्पताल पहुंचाया जा सके। गंभीर रूप से घायल लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया भगदड़ के बाद एक और बड़ी समस्या सामने आई, जो थी अपनों से बिछड़ने की। कई लोग इस घटना में अपने परिजनों से बिछड़ गए थे, जिनमें विशेष रूप से बुजुर्गों की संख्या अधिक थी। एक शख्स ने बताया कि रात करीब एक बजे संगम के किनारे धक्का-मुक्की हुई, जिसके कारण उनके 65 वर्षीय बहनोई बिछड़ गए और अभी तक उनका पता नहीं चल पाया है। एक महिला ने रोते हुए कहा कि वह भीड़ के कारण अपने बच्चों से बिछड़ गई है और अब उसके पास घर लौटने के लिए भी पैसे नहीं हैं। एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि भगदड़ के दौरान वह भी अपनों से बिछड़ गईं और भोजन भी नहीं खाया है। घटनास्थल पर मौजूद एक चश्मदीद गवाह ने बताया कि पुलिस की लापरवाही के कारण भगदड़ मची। जब लोग आराम कर रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें डंडे से मारकर जगाया, जिससे लोग असंतुलित हो गए और भगदड़ मच गई। कई लोग इस हादसे में दब गए और मारे गए
MahaKumbh Mela Stampede: अखिलेश यादव ने महाकुंभ में भगदड़ पर योगी सरकार से 5 महत्वपूर्ण अपील की

कुछ आई विटनेस ने भगदड़ के हालात भी बयां किए. एक ने न्यूज18 इंडिया के कैमरे पर कहा कि ‘एक ही रूट से लोग आ भी रहे थे और जा भी रहे थे, तो दिक्कतें आएंगी हीं. हम लोग भी लाइन में लगे हुए थे और पता लगा कि धक्का मुक्की हो गई है महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के दिन मंगलवार और बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए जुटे थे। इस दौरान अचानक भगदड़ मच गई, जिससे स्थिति काफी बिगड़ गई। कई लोग घायल हो गए और इलाज के लिए कुंभ मेला क्षेत्र के अस्पतालों में भेजे गए। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को प्रयागराज के विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया। हालांकि, घटना में कितने लोगों की मौत हुई, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। घटना के बाद स्थिति सामान्य हो गई, लेकिन भगदड़ में बचे हुए लोग अपनी दर्दनाक कहानियां मीडिया के कैमरों पर बता रहे थे। मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर संगम तट पर लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे थे। सबसे अधिक भीड़ संगम तट पर थी। बताया जा रहा है कि जब श्रद्धालु एक जगह से गुजर रहे थे, अचानक बैरिकेड टूट गए, जिसके कारण भगदड़ मच गई और लोग एक दूसरे पर चढ़ गए। इसके चलते कई लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हुए। प्रशासन ने तुरंत एंबुलेंस भेजी और घायलों को मेला क्षेत्र के अस्पताल में भेजा। एंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया था, जिससे घायलों को जल्दी अस्पताल पहुंचाया जा सके। गंभीर रूप से घायल लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया भगदड़ के बाद एक और बड़ी समस्या सामने आई, जो थी अपनों से बिछड़ने की। कई लोग इस घटना में अपने परिजनों से बिछड़ गए थे, जिनमें विशेष रूप से बुजुर्गों की संख्या अधिक थी। एक शख्स ने बताया कि रात करीब एक बजे संगम के किनारे धक्का-मुक्की हुई, जिसके कारण उनके 65 वर्षीय बहनोई बिछड़ गए और अभी तक उनका पता नहीं चल पाया है। एक महिला ने रोते हुए कहा कि वह भीड़ के कारण अपने बच्चों से बिछड़ गई है और अब उसके पास घर लौटने के लिए भी पैसे नहीं हैं। एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि भगदड़ के दौरान वह भी अपनों से बिछड़ गईं और भोजन भी नहीं खाया है। घटनास्थल पर मौजूद एक चश्मदीद गवाह ने बताया कि पुलिस की लापरवाही के कारण भगदड़ मची। जब लोग आराम कर रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें डंडे से मारकर जगाया, जिससे लोग असंतुलित हो गए और भगदड़ मच गई। कई लोग इस हादसे में दब गए और मारे गए