इस दौरान अखिलेश यादव ने BJP पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में असमानता बढ़ी है। ‘धोखा देना भाजपा का व्यवहार, धंधा और रणनीति है। वह लोगों के अधिकार और सम्मान को छीनने का काम कर रही है। इस असमानता को खत्म करने के लिए समाजवादी पार्टी ने पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) से एकजुट होने का आह्वान किया है। साथ ही दावा किया कि देश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सपा मुखिया ने आगे कहा कि लोग परेशान हैं, गरीबों को अस्पतालों में इलाज नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार विपक्षी नेताओं को झूठे मामलों में फंसाकर परेशान करती है और बदनाम करती है। जनता 2024 में विपक्षी इंडिया ब्लॉक के पक्ष में अपना वोट देकर बीजेपी को सत्ता से बाहर कर देगी। अखिलेश ने 2024 के लोकसभा चुनावों को जनता के लिए ‘लोकतंत्र और संविधान को बचाने’ का मौका बताया है। मतदान का अधिकार छीन लेगी BJP
संसद के निलंबित हुए सांसदों का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने जनता से जुड़े सवालों का सामना करने से बचने के लिए ‘विपक्षी सांसदों को निलंबित’ कर दिया। आगे सपा प्रमुख ने कहा ये वही भारतीय जनता पार्टी है जिसने नई लोकसभा बनाई। लोकसभा की नई परंपरा देखिए कि सबसे ज्यादा सांसदों को निकाला गया। जिन सवालों का जवाब देना चाहिए था, उन सवालों से बचने के लिए लोकसभा से सांसदों को निकाला गया। जो सबसे महत्वपूर्ण इलाका है उसमें नौजवान लोकसभा में घुस गए। ये लोकसभा भी नहीं चलाना चाहते हैं। लोगों को बहुत सावधान रहना होगा। अगर वे (भाजपा) दोबारा सरकार में आए, तो लोगों से मतदान का अधिकार छीन लेंगे। आगे अखिलेश यादव ने दावा करते हुए ये भी कहा कि इंडिया ब्लॉक उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर भाजपा को हराएगा। अगर भाजपा हारेगी तो ही लोकतंत्र और संविधान बचेगा।