लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच दिल्ली में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने पर सहमति होती नजर आ रही है. AAP सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी दक्षिणी दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली, नई दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली की सीट पर चुनाव लड़ सकती है. वहीं बांकी बची हुई तीन सीटें उत्तर पूर्वी, चांदनी चौक और पूर्वी दिल्ली कांग्रेस को दी जा सकती है.
इसके अलावा दो अन्य राज्यों में भी AAP और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारा फाइनल हो गया है. बंटवारे का जो फॉर्मूला निकाला गया है, उसके मुताबिक दिल्ली में जहां आप 4 सीटों पर लड़ेगी तो कांग्रेस को तीन सीटें दी जाएंगी. वहीं हरियाणा में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी को एक तथा गुजरात में 2 सीटें देगी. इसकी आधिकारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी।
पहले मंगलवार को सीएम केजरीवाल ने कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में सीटों के तालमेल के लिए बातचीत ‘अंतिम चरण’ में है और जल्द ही दोनों दलों के बीच गठबंधन की घोषणा की जाएगी. उन्होंने कहा कि ‘इसमें काफी देर हो चुकी है, यह बहुत पहले हो जाना चाहिए था. देखते हैं कि अगले एक-दो दिन में क्या होता है.’ अरविंद केजरीवाल ने आगे बताया कि बाकी अन्य राज्यों में गठबंधन के लिए भी बातचीत हो रही है. बातचीत काफी अच्छी चल रही है ।
वहीं दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा, ‘मुकुल वासनिक की अध्यक्षता वाली समिति ‘INDIA’ ब्लॉक के सदस्यों के साथ लगातार बात कर रही है. मेरा इस बारे में टिप्पणी करना उचित नहीं होगा.’ दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें हैं और सभी सीटें भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पास हैं.
पहले दिया था एक सीट का ऑफर
आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को एक सीट का ऑफर दिया था. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री संदीप पाठक ने कहा था गठबंधन के तहत दिल्ली में सात लोकसभा सीटों में से 6 लोकसभा सीटों पर खुद आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने और एक सीट से कांग्रेस को चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव दिया गया है।उन्होंने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस लोकसभा और विधानसभा में जीरो सीट पर है. एमसीडी चुनाव में कांग्रेस 250 में से नौ सीटें जीत सकी. संदीप पाठक ने कहा कि अगर आप मेरिट के आधार पर आंकड़े देखें तो कांग्रेस पार्टी का एक भी लोकसभा सीट पर दावा नही बनता ।