Report By : ICN Network
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में भारत रत्न, संविधान निर्माता और महान समाज सुधारक बाबासाहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। इस अवसर पर कुलपति प्रो. राणा प्रताप सिंह, विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य, कर्मचारीगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित रहे और सभी ने बाबासाहब को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
कार्यक्रम की शुरुआत बाबासाहब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई, जिसके माध्यम से उनके जीवन, विचारों, संघर्षों और देश निर्माण में उनके अतुलनीय योगदान को याद किया गया। कुलपति महोदय सहित उपस्थित जनों ने संविधानवाद, सामाजिक न्याय और समानता जैसे मूल्यों को अपनाने का संकल्प लिया।
यह आयोजन भारतीय संविधान को अंगीकृत किए जाने की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में वर्षभर चल रहे राष्ट्रव्यापी समारोह के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसकी शुरुआत 26 नवंबर 2024 को हुई थी। यह समारोह बाबासाहब के आदर्शों और संविधान की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास है।
इस वर्ष संविधान समारोह की थीम ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ रखी गई है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों में संविधान के मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना और उन्हें डॉ. अंबेडकर की मानवीय विचारधारा से परिचित कराना है। यह पहल विद्यार्थियों को नेतृत्व और उत्तरदायित्व की भावना से प्रेरित करती है, जिससे वे संविधान के अमर संदेशों को समाज और अपने परिवेश तक पहुँचा सकें।
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने इस अवसर पर यह संकल्प लिया कि वह एक ऐसी विचारशील, उत्तरदायी और प्रतिबद्ध पीढ़ी का निर्माण करेगा जो विकसित भारत @2047 के सपने को साकार करने में अग्रणी भूमिका निभाएगी।
विश्वविद्यालय समानता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय जैसे संवैधानिक मूल्यों को आगे बढ़ाते हुए शिक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में अपने कर्तव्यों का पालन करता रहेगा।
कार्यक्रम में सभी उपस्थितजन ने बाबासाहब के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रो. एन. पी. मलकानिया, प्रो. वंदना पांडे, डॉ. विवेक मिश्रा, डॉ. मनमोहन सिंह, डॉ. आनंद प्रताप सिंह, डॉ. नागेंद्र सिंह, डॉ. ओमवीर सिंह, डॉ. राजेश मिश्रा, डॉ. दिनेश शर्मा सहित कई शिक्षाविद् एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।