बैठक में विदेश भागे अपराधियों की जांच एवं गिरफ्तारी संबंधी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। डीएसपी मित्तल ने बताया कि किस प्रकार अंतरराष्ट्रीय कानूनी सहयोग के माध्यम से विदेश में छिपे अपराधियों का पता लगाकर उन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा सकता है। उन्होंने विभिन्न देशों के साथ सहयोग तंत्र, संपर्क बिंदुओं और समयबद्ध कार्यवाही की महत्ता की भी विस्तृत जानकारी सांझा की। इंटरपोल नोटिसों की भूमिका के बारे में बताया। डीएसपी ने इंटरपोल नोटिसों के उद्देश्य, महत्व और जारी करने की प्रक्रिया से अवगत कराया गया। इसमें रेड कॉर्नर नोटिस, ब्लू कॉर्नर नोटिस अन्य इंटरपोल नोटिस शामिल है।
अधिकारी ने विस्तार में समझाया कि किस परिस्थिति में कौन-सा नोटिस जारी किया जा सकता है तथा यह कैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपराधियों के लोकेशन ट्रैकिंग एवं गिरफ्तारी में सहायक होते हैं। एलआर और एमएलएटी के माध्यम से विदेशों से जानकारी, बैंक रिकॉर्ड, डिजिटल साक्ष्य तथा अभियोजन हेतु आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करने की विस्तृत प्रक्रिया पर चर्चा की गई। इस मीटिंग में संगीता कालिया(संयुक्त आयुक्त), सभी डीसीवी व एसीपी, सभी साईबर अपराध थानों के इंचार्ज व अनुसन्धान अधिकारी तथा जिला गुरुग्राम के विभिन्न थानों के अनुसन्धान अधिकारी सहित अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी शामिल हुए।

