Report By: SHARIK NAWAZ MAHOBA-UP
महोबा में हिंदू संगठनों ने जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में 10 श्रद्धालुओं की मौत से आक्रोशित होकर प्रदर्शन किया। शहर में पाकिस्तान और आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए आतंकवाद का पुतला जलाया गया है। “जिसको चाहिए अफजल खान उसको भेजो पाकिस्तान” जैसे नारे लगाकर हिन्दू संगठन ने अपना विरोध जताया। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने तहसील में पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है। जिसमें आतंकवादियों को संरक्षण देने वालों को चिन्हित कर कार्यवाही किए जाने की मांग की गई।
बीती 9 जून जम्मू कश्मीर के वैष्णो देवी कटरा से शिवखोड़ी जाते समय हिंदू श्रद्धालुओं की बस पर पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया था। जिसमें 10 निर्दोष हिंदू तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से जहां पूरे देश में आतंकवाद के विरोध में नाराजगी है तो वहीं हिंदू संगठनों द्वारा इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। महोबा में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नरसिंह कुटी मंदिर से इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन करते हुए आल्हा चौक पहुंचे। हिंदू संगठन के लोगों ने पाकिस्तान और आतंकवाद के विरोध में जमकर नारेबाजी की। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता आतंकियों के हमले से 10 श्रद्धालुओं की मौत से आक्रोशित है। आल्हा चौक में इकट्ठा होकर आतंकवाद का पुतला जलाकर विरोध जताया गया है। इसके बाद नारेबाजी करते हुए हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सदर तहसील पहुंचे। जहां राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उप जिला अधिकारी को सौंपा गया है बजरंग दल के जिला संयोजक विपिन भदोरिया के नेतृत्व में इकट्ठा हुए कार्यकर्ताओं ने आतंकवाद के विरोध में जमकर प्रदर्शन करते हुए सरकार से कार्रवाई की मांग की। दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि जम्मू कश्मीर लंबे समय से पाकिस्तान पोषित आतंकवाद का दंश झेल रहा है और अब आतंकवादियों ने साजिश के तहत हिंदुओं को चिन्हित कर वारदात को अंजाम दिया है जिसके पीछे पाकिस्तान का हाथ होना स्पष्ट है। बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक अवधेश शर्मा ने कहा कि देश की नई सरकार की शपथ के समय इस प्रकार का दुस्साहसिक कृत्य करके आतंकवादियों ने देश के संप्रभुता को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि बजरंग दल इस कायराना कृत्य की निंदा करते हुए इस प्रकार की गतिविधियों में पूर्ण नियंत्रण लगाने की मांग की। साथ ही राष्ट्रपति से मांग की गई है कि केंद्र सरकार को निर्देश दें कि इस प्रकार आतंकवादी तत्वों को संरक्षण देने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।