जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में बहस जारी है। विपक्ष सरकार पर हमलावर है और सरकार जवाब दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी चर्चा में भाग लेंगे जिसका उद्देश्य भारत के आतंकवाद-रोधी अभियान पर प्रकाश डालना है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लॉन्च किए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद में तीखी बहस चल रही है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है तो सरकार भी सवालों का जवाब दे रही है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में अपनी बात रख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि में सदन में भारत का पक्ष रखने के लिए खड़ा हूं। निर्दोष लोगों को धर्म पूछकर मारा गया। मैंने विदेश में था, जैसे ही पता चला मैं देश लौटा और एक बैठक बुलाई। सेना को कार्रवाई की खुली छुट दी।
यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस चर्चा में हिस्सा लेने से राष्ट्रीय सुरक्षा को सरकार की ओर से दिए जाने वाले महत्व पर जोर दिया जा सकेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर सहित प्रमुख मंत्रियों के इस चर्चा में भाग लेने की उम्मीद है, जिसका उद्देश्य भारत के हालिया आतंकवाद-रोधी अभियान के रणनीतिक और कूटनीतिक आयामों पर प्रकाश डालना है।
राजनाथ सिंह ने दिया था शुरुआती
वक्तव्ययह बहस सोमवार को लोकसभा में हुई गहन चर्चा के बाद हो रही है, जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुरुआती वक्तव्य दिया और पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर दोबारा उकसाया गया तो भारत हमले करने से नहीं हिचकिचाएगा।विदेश मंत्री ने रखी अपनी बात
विदेश मंत्री ने रखी अपनी बात
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी सदन को संबोधित किया और भारत के कार्यों के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन और समझ सुनिश्चित करने वाले कूटनीतिक प्रयासों पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने राजनाथ सिंह और जयशंकर दोनों के भाषणों की सराहना की और उन्हें व्यवहारिक बताया। साथ ही भारतीय सशस्त्र बलों की भी सराहना की थी। पीएम मोदी ने कहा, “उनकी टिप्पणियां नए भारत की शक्ति और दृढ़ संकल्प को दर्शाती हैं।”