Report By-Pankaj Kumar Srivastava Kannauj(UP)
यूपी के कन्नौज जिले से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक का एक बड़ा बयान सामने आया है। भाजपा सांसद सुब्रत ने समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को राम मंदिर अयोध्या में जाने को लेकर उन पर बैन लगाए जाने की मांग की है। उन्होंने राम मंदिर कमेटी से यह अनुरोध किया है कि पहले यह लोग माफी मांग इसके बाद ही रामलला मंदिर के दर्शन की सोंचे। सांसद के इस बयान का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
भाजपा सांसद सुब्रत पाठकभाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने बताया कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु राम की जन्मस्थली पर बन रहे भव्य श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। प्राण प्रतिष्ठा के इस कार्यक्रम में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी स्वयं पहुंच रहे है। यह अयोध्या के महत्व को दर्शाता है। अयोध्या का महत्व यह भी दर्शाता है। अयोध्या के महत्व को यह भी दर्शाता है कि जिस प्रकार से आज बहुत सारे राजनीतिक दल जो कभी मंदिर न बनने पावे इसको लेकर तमाम सारे अड़ंगे लगवाते थे। मंदिर के विरोध में सुप्रीम कोर्ट तक में वकील अपने खड़े करवाते थे। यह वह लोग है जो किस प्रकार से परिहास बनाते थे कि मंदिर वहीं बनायेंगे तारीख नही बताएंगे। भारतीय जनता पार्टी को इस प्रकार से चिढ़ाते थे। जो मंदिर का सार्वजनिक स्तर पर विरोध भी किया करते थे। यह भी कहते थे कुछ लोग कि वहां मंदिर की आवश्यकता क्या है‚ वहां तो अस्पताल बना देना चाहिए‚ मंदिर से क्या किसी को रोटी मिलती है। *रामभक्तों पर चलवाई गई थी गोली*खासकर उत्तर प्रदेश में तो समाजवादी पार्टी ने हद ही कर दी। जब वहां के ऊपर निर्दोष राम भक्तों के ऊपर गोली चलवा दी। एक निर्मम हत्याकांड वहां पर जिस प्रकार से रामभक्तों का कराया गया समाजवादी पार्टी ने उसको लेकर आज तक समाजवादी पार्टी ने माफी नहीं मांगी है। माफी मांगना तो दूर बल्कि गर्व से कहा और है कि हमने हां गोली चलवाई थी। और तो और समाजवादी किस प्रकार से उत्तर प्रदेश में किसी तरह से हवा में उड़ गये जय श्री राम का नारा लगवाकर हमारी आस्था को बार–बार अपमानित करने का भी काम करती थी। मै श्री राम मंदिर ट्रस्ट से यह निवेदन करूंगा कि वह हर सनातनी जिसकी भगवान श्रीराम में आस्था है और वह किसी राजनीतिक दल में हो आप उसको जरूर बुलायें लेकिन यह समाजवादी पार्टी जैसे राम भक्तों की हत्यारी जो आज तक जिन्होंने समाजवादी पार्टी के लोगों ने जिन्होंने माफी नहीं मांगी है। ऐसे लोगों काे मंदिर में बुलाना तो दूर कि अगर मंदिर आ भी जायें तो मंदिर में घुसने ने दिया जाये और जब तक यह माफ़ी न मांगे तब तक भविष्य में भी यह मंदिर आने के लिए अयोध्या आने के लिए बैन लगा दिया जाये।