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BMC Election 2025: शिंदे सेना का सियासी मास्टरस्ट्रोक, हर विधानसभा में विभाग प्रमुख नियुक्त कर रणनीति को दी धार

शिंदे सेना का सियासी मास्टरस्ट्रोकशिंदे सेना का सियासी मास्टरस्ट्रोक
मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव में सत्ता का परचम लहराने के लिए उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने संगठनात्मक ढांचे में बड़े पैमाने पर रचनात्मक बदलाव किए हैं। अब मुंबई की 36 विधानसभाओं में से प्रत्येक के लिए अलग-अलग विभाग प्रमुख नियुक्त किए गए हैं, जो पहले दो-तीन विधानसभाओं के लिए एक विभाग प्रमुख के जिम्मे होता था। इस नई रणनीति के तहत 32 विधानसभाओं के लिए 32 विभाग प्रमुख और तीन विधानसभाओं के लिए प्रमुख प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा, 36 सीटों पर महिला विभाग प्रमुखों की नियुक्ति पहले ही की जा चुकी है। यह साहसिक कदम बीएमसी चुनाव में शिंदे सेना की जीत सुनिश्चित करने की दिशा में एक मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है।

संगठन में बदलाव: नई रणनीति का आगाज
शिवसेना के एकजुट दिनों में एक विभाग प्रमुख को लोकसभा स्तर की जिम्मेदारी सौंपी जाती थी। बाद में, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में इसे बदलकर तीन विधानसभाओं के लिए एक विभाग प्रमुख नियुक्त किया गया। शिंदे गुट ने शुरूआत में भी कुछ क्षेत्रों में दो या तीन विधानसभाओं के लिए एक विभाग प्रमुख की व्यवस्था रखी। लेकिन अब, शिंदे ने हर विधानसभा को अलग-अलग नेतृत्व देकर संगठन को और चुस्त-दुरुस्त किया है। इस बदलाव का मकसद स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं को सशक्त करना और बीएमसी चुनाव में हर वार्ड में मजबूत पकड़ बनाना है।

क्षेत्रीय नेतृत्व को दी जिम्मेदारी

शिंदे सेना ने अपनी रणनीति में स्थानीय विधायकों और उनके करीबी नेताओं को प्राथमिकता दी है। जिन विधानसभाओं में पार्टी के विधायक हैं, वहां संबंधित विधायक या उनके विश्वस्त सहयोगियों को विभाग प्रमुख बनाया गया है। मिसाल के तौर पर:

  • दहिसर विधानसभा: हिंदी भाषी चेहरा राम यादव को जिम्मेदारी सौंपी गई, जो क्षेत्र में पार्टी की पैठ को मजबूत करने के लिए अहम कड़ी बन सकते हैं।
  • मागाठाणे विधानसभा: विधायक प्रकाश सुर्वे ने अपने करीबी मनोहर देसाई को विभाग प्रमुख नियुक्त किया।
  • कुर्ला विधानसभा: विधायक मंगेश कुडालकर ने अपने विश्वस्त विनोद कांबले को यह जिम्मा सौंपा।
  • चांदिवली विधानसभा: विधायक दिलीप लांडे को स्वयं विभाग प्रमुख बनाया गया।
  • अंधेरी विधानसभा: विधायक मुरली पटेल को जिम्मेदारी दी गई।
  • भांडुप विधानसभा: अशोक पाटील को विभाग प्रमुख नियुक्त किया गया।
इस तरह, शिंदे सेना ने स्थानीय नेतृत्व को सशक्त कर जमीनी स्तर पर संगठन को और मजबूत करने की रणनीति अपनाई है।

शिंदे का मास्टरप्लान: बीएमसी पर कब्जे की तैयारी

शिवसेना विधायक दिलीप लांडे ने इस बदलाव के पीछे की रणनीति को स्पष्ट करते हुए कहा, “बीएमसी चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह संगठनात्मक बदलाव किया गया है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देकर उन्हें सक्रिय करने का फैसला लिया है। मुझे चांदिवली विधानसभा की कमान सौंपी गई है, जहां 10 नगरसेवक वार्ड हैं। मेरा लक्ष्य हर वार्ड में पार्टी की जीत सुनिश्चित करना है।”

वहीं, दहिसर विधानसभा के नए विभाग प्रमुख राम यादव ने अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा, “उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और विधायक प्रकाश सुर्वे ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है, उसे मैं पूरी ईमानदारी और मेहनत से निभाऊंगा। मेरा एकमात्र लक्ष्य है कि पार्टी जिसे भी नगरसेवक उम्मीदवार बनाए, उसे जिताकर लाऊं।”

क्यों अहम है यह रणनीति?

बीएमसी, जो देश की सबसे धनी नगर निगम है, लंबे समय से शिवसेना का गढ़ रही है। लेकिन 2022 में शिवसेना के बंटवारे के बाद, उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच मुंबई की सियासत में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। शिंदे सेना का यह नया संगठनात्मक ढांचा न केवल कार्यकर्ताओं में नया जोश भर रहा है, बल्कि हर विधानसभा में स्थानीय स्तर पर प्रभावी नेतृत्व तैयार कर विपक्ष को कड़ी चुनौती देने की तैयारी भी है। हिंदी भाषी और अन्य समुदायों को साधने के लिए राम यादव जैसे चेहरों को आगे लाना भी शिंदे की रणनीति का हिस्सा है, जिससे सामाजिक समीकरणों को साधा जा सके।

आने वाला रण: चुनौतियां और अवसर

बीएमसी चुनाव 2025 में शिंदे सेना के सामने उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार), और बीजेपी के साथ गठबंधन की चुनौतियां होंगी। शिंदे सेना का यह नया संगठनात्मक ढांचा कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने और हर वार्ड में मतदाताओं तक सीधे पहुंचने की रणनीति का हिस्सा है। लेकिन क्या यह रणनीति मुंबई की सियासत में शिंदे सेना को फिर से सत्ता का ताज पहनाएगी? यह सवाल अभी अनुत्तरित है, लेकिन एक बात तय है—शिंदे का यह मास्टरस्ट्रोक बीएमसी के रण को और रोमांचक बनाने जा रहा है।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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