• Wed. Feb 5th, 2025

अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम मे ड्यूटी पर गए बस ड्राइवर की हुई मौत, परिजन शव रख कर धरने पे बैठे

Report By : Shariq Khan Kanpur (UP)
कानपुर के थाना चकेरी अंतर्गत अहिरवा इलाके में इलेक्ट्रानिक बस ड्राइवर सुरेंद्र पाल की बीते दिन मौत हो जाने के बाद परिजनों ने अहिरवा स्थित इलेक्ट्रॉनिक बस डिपो की गेट पर शव रख कर मुआवजा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया है। आक्रोशित परिजनों के सहयोग में पूर्व सांसद राजा रामपाल पार्षद मनोज यादव समाजवादी पार्टी के नेता गिल धरने पर बैठे हैं और मृतक परिजनों के मुआवजा की मांग को लेकर मृतक के परिवार वालो के साथ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक मृतक सुरेंद्र पाल के भाई श्याम बाबू पाल ने बताया कि सुरेंद्र पाल 17 जनवरी को अयोध्या में लोकार्पण प्रभु से राम मंदिर मैं भक्तों को दर्शन करने के लिए स्पेशल ड्यूटी लगाई गई थी और निर्धारित समय से दो गुनी ड्यूटी सुरेंद्र पाल से कराई जा रही थी जिसको लेकर मृतक सुरेंद्र पाल की तबीयत खराब हो गई और उपचार के लिए पहले अयोध्या उसके बाद लखनऊ के राम मनोहर लोहिया में भर्ती कराया गया उचित इलाज न मिलने के कारण परिजनों ने सुरेंद्र को कानपुर के कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया है जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई इलेक्ट्रॉनिक बस ड्राइवर सुरेंद्र पाल की मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया और शाह परिजनों के हवाले कर दिया गया परिजनों का कहना है कि 24 घंटे के ऊपर हो जाने के बावजूद भी मृतक सुरेंद्र पाल के परिजनों से कोई भी इलेक्ट्रॉनिक बस के आला अधिकारी मिलने नहीं आए और ना ही मृतक आश्रित के भरण पोषण जीवन यापन के लिए मुआवजा की घोषणा नहीं की जिससे आक्रोशित होकर परिजनों ने इलेक्ट्रॉनिक बस डिपो के बाहर लाश रखकर धरने पर बैठ गए हैं मृतक सुरेंद्र पाल के परिजनों के साथ में पूर्व सांसद राजा रामपाल समाजवादी पार्टी के नेता मनोज यादव और गिल भी धरने पर बैठे हैं उनका कहना है कि वह जब धरने पर बैठे रहेंगे तब तक आला अधिकारी 10 लाख रुपए मृतक अस्तित्व को मुआवजा और जीवन यापन के लिए धनराशि नहीं देंगे तब तक लाश के साथ में धरने पर बैठने को मजबूर होंगे वहीं भारी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक बस डिपो पर पुलिस प्रशासन तैनात कर दिया है। जिससे कोई बवाल या हंगामा न हो सके। वहीं मृतक के भाई का यह भी कहना था कि जब मृतक सुरेंद्र पाल कानपुर से अयोध्या स्पेशल ड्यूटी के लिए गया था तब बिल्कुल स्वस्थ और ठीक था लेकिन समय से अधिक 18 से 20 घंटे ड्यूटी कराकर खाने-पीने की समुचित व्यवस्था न होने के कारण उसकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई वहीं मृतक सुरेंद्र पाल की मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *