कानपुर के थाना नौबस्ता इलाके के मछरिया निवासी सुरेश मांझी को काम दिलाने के नाम पर आंखों में केमिकल डालकर अंधा कर दिया गया था जिनको उपचार के लिए कानपुर के काशीराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था काशीराम संयुक्त चिकित्सालय एवं ट्रामा सेंटर में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते सुरेश मांझी की मौत हो गई थी। जिसको लेकर मीडिया में खबर काफी वायरल हुई थी
आज काशीराम संयुक्त चिकित्सालय ट्रामा सेंटर में मानवाधिकार की एक टीम ईशान सिंह नरेंद्र ओझा जांच करने आए थे और सुरेश मांझी के हुए इलाज के दस्तावेजों की जांच कर लिखा पड़ी अपने अंदर में लेकर चली गई फिलहाल जांच करने आई मानवाधिकार की टीम ने कैमरे के सामने बताने से मना करते हुए केवल इतना ही बताया है कि सुरेश मांझी के इलाज में बरती लापरवाही की जांच करने के लिए आए थे जांच अभी चल रही है पूछताछ सभी से जारी है जांच पूरी हो जाने के बाद बताया जाएगा कि दोषी कौन है फिलहाल कैमरे से बचते हुए अधिकारी अपनी गाड़ी पर बैठकर भागते हुए नजर आए।