प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बीजेपी के इस कदम को बेहद आपत्तिजनक और नीच करार दिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “बीजेपी को चाहिए कि वह हमारी रैलियों में भीड़ का जायजा लेने के लिए एक प्रतिनिधि भेजे। हम उसे मंच पर जगह देंगे, ताकि वह खुद देख ले कि जनता का समर्थन किसके साथ है।” बैज ने बीजेपी पर पर्दे के पीछे से सियासत करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “सबको पता है कि बीजेपी ने कैसे पैसे बांटकर पीएम मोदी की सभाओं में भीड़ जुटाई, जो भाषण सुने बिना ही वापस लौट गई। अगर बीजेपी चाहे, तो मैं उसका वीडियो भी भेज सकता हूँ।” उन्होंने बीजेपी की आईटी सेल पर राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अभद्र और आपत्तिजनक पोस्टर्स फैलाने का इल्जाम लगाया, और चेतावनी दी कि कांग्रेस इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेगी। सोशल मीडिया पर छिड़ी तीखी जंग
यह सियासी टकराव अब सोशल मीडिया पर भी जोर पकड़ चुका है। जहां कुछ यूजर्स ने बीजेपी के कार्टूनों को हल्के-फुल्के मजाक के तौर पर लिया, वहीं कांग्रेस समर्थकों ने इसे नेताओं की गरिमा पर हमला बताया। इन पोस्टर्स ने न केवल राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी बहस की आग भड़का दी है। दीपक बैज ने दो टूक कहा कि कांग्रेस इस मामले को हल्के में नहीं लेगी। पार्टी की कमेटी इस विवाद पर पैनी नजर रखे हुए है, और जल्द ही बीजेपी के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी। यह कार्टून वॉर अब कानूनी जंग में तब्दील होने की राह पर है, जो छत्तीसगढ़ की सियासत को और तपाने का वादा करता है।