प्रधानमंत्री ने कहा, “छठ महापर्व अब केवल भारत तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह एक वैश्विक उत्सव के रूप में उभर रहा है। जब यह पर्व UNESCO की सूची में शामिल होगा, तो विश्व के हर कोने में लोग इसकी भव्यता, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक समृद्धि का साक्षात्कार करेंगे।” उन्होंने छठ पूजा को प्रकृति और आस्था के अनुपम संगम के रूप में चित्रित करते हुए इसके वैश्विक महत्व पर जोर दिया। बिहार में उत्साह, नेताओं ने किया स्वागत
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस घोषणा पर हर्ष जताते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ के माध्यम से बिहारवासियों के दिल को छू लिया। छठ महापर्व आस्था का महासागर है। जिस तरह कोलकाता की दुर्गा पूजा को UNESCO की सूची में स्थान मिला, उसी तरह छठ पूजा को वैश्विक मंच पर ले जाने का यह प्रयास ऐतिहासिक है।”
छठ महापर्व का UNESCO सूची में शामिल होना न केवल भारत की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक पहचान दिलाएगा, बल्कि यह विश्व भर में पर्यावरण, आस्था और समुदाय के बीच सामंजस्य को दर्शाने वाला एक जीवंत उदाहरण बनेगा। यह कदम छठ पूजा की दिव्यता को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाने का एक सुनहरा अवसर साबित होगा।


