नोएडा में बाल कैंसर जागरूकता माह मनाया जा रहा है। इसको लेकर संस्थान ने एक पोस्टर लॉन्च किया है। हर वर्ष लगभग 200 नए कैंसर मरीज पंजीकृत हो रहे हैं।
चाइल्ड पीजीआई में अब तक एक हजार से अधिक कैंसर पीड़ित बच्चों का सफल इलाज हो चुका है। यहां एक वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक के बच्चों का कैंसर उपचार किया गया है। बाल कैंसर जागरूकता माह के अंतर्गत शुक्रवार को संस्थान ने पोस्टर लॉन्च किया गया जिसमें कैंसर के लक्षण बताए गए हैं। संस्थान का कहना है कि यदि बच्चों में कैंसर के लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाए तो सफलता की संभावना अधिक होती है।
हेमेटोलॉजी ऑन्कोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. नीता राधाकृष्णन ने बताया कि हर वर्ष लगभग 200 नए कैंसर मरीज पंजीकृत हो रहे हैं। 2017 में यहां कैंसर का इलाज शुरू हुआ था। तब से अब तक एक हजार से अधिक बच्चों का पंजीकरण हो चुका है। अब तक 80 बच्चों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया जा चुका है।
डॉ. राधाकृष्णन ने बताती हैं कि कैंसर की शुरुआती पहचान बेहद जरूरी है और इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। फिलहाल यूपी में केवल एसजीपीजीआई लखनऊ, बीएचयू और चाइल्ड पीजीआई जैसे कुछ ही सरकारी संस्थानों में बाल कैंसर का इलाज उपलब्ध है। अभी भी लगभग 10 प्रतिशत मरीज इलाज अधूरा छोड़ देते हैं जो चिंता का विषय है। इसलिए अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों की पहले काउंसलिंग की जाती है।
बचपन में कैंसर के 10 चेतावनी संकेत
लंबे समय तक बुखाररक्त की कमी के कारण पीला पड़नाबिना कारण खून आना या चोट के निशान होनापेट में गांठ या सूजनहड्डियों में दर्द या सूजनसुबह-सुबह लगातार सिरदर्द या उल्टीआंख में सफेद धब्बा, भेंगापन या आंख का फूलनावजन का अचानक कम होनाशरीर में किसी भी स्थान पर गांठहड्डियों में लगातार दर्द और थकान