Report By : ICN Network kanpur (UP)
कानपुर में राहुल गांधी भारत छोड़ो न्याय यात्रा के लिए पहुंचे। लेकिन जैसे ही यात्रा शहर में प्रवेश हुई तो नगर अध्यक्ष को ही गाड़ी में जगह नहीं मिली। ऐसे में गंगा पुल के बाद उन्होंने दूसरे फ्लावर की तरफ गाड़ी के पीछे दौड़ लगा दी। दौड़ते दौड़ते वह गाड़ी के पीछे भागते रहे लेकिन गाड़ी के नजदीक नहीं पहुंच सके। इस दौरान नगर अध्यक्ष कई बाइक सवारों से लिफ्ट भी मांगते रहे ,लेकिन किसी ने उन्हें लिफ्ट भी नहीं दी। कुछ देर बाद जब वह अगले चौराहे पर पहुंचे तब जाकर गाड़ी में उन्हें जगह मिली और वो राहुल गांधी के साथ काफिले में शामिल हुए ।
कानपुर शहर के अंदर जैसे ही गंगा का पुल पार करके राहुल गांधी की यात्रा पहुंची तो कैंट स्थित नए पुल पर नगर अध्यक्ष नौशाद अलम मंसूरी राहुल गांधी की गाड़ी के पीछे दौड़ते रहे। नगर अध्यक्ष लगातार प्रयास कर रहे थे कि राहुल गांधी के साथ वह सवार हो जाए और लोगों को बताते रहे कि वह शहर के कांग्रेस नगर अध्यक्ष हैं। लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी। एसपीजी के जवान गाड़ी तक भी नहीं पहुंचने दे रहे थे। ऐसे में गाड़ी तेजी से पुल की तरफ चली। इसके साथ ही कांग्रेस के अध्यक्ष ने भी गाड़ी के पीछे दौड़ लगा दी। आधे पुल तक वह भागते रहे,लेकिन जब वह थक गए और हार गए तो वहीं पर खड़े हो गए और निकलने वाले लोगों से लिफ्ट मांगने लगे। लेकिन निकल रहे लोग भी उनको अनसुना करते गए और उनको गाड़ी में नहीं बैठाया। ऐसे में एक तीसरा बाइक सवार जब निकला तो उसने उन्हें गाड़ी में बैठा लिया और अगले चौराहा झाड़ी बाबा तक पहुंचा तब जाकर वह राहुल गांधी के काफिले में जाकर गाड़ी पर सवार हुए।