Report By : ICN Network
महाराष्ट्र के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) दीपक गवई ने अपने कार्यालय ग्रहण के बाद राज्य का पहला दौरा किया, लेकिन इस दौरान प्रोटोकॉल में हुई चूक को लेकर उन्होंने प्रशासन पर कड़ी नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री और राज्य के अधिकारियों द्वारा मुख्य न्यायाधीश का स्वागत करने में उचित सम्मान और प्रोटोकॉल का पालन न किए जाने से गवई काफी असंतुष्ट दिखे।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि न्यायपालिका का सर्वोच्च पद संभालने वाले व्यक्ति का सम्मान करना अत्यंत आवश्यक है। प्रशासन की ओर से हुई इस लापरवाही को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि यह न केवल न्यायपालिका के सम्मान को ठेस पहुंचाता है, बल्कि जनता के बीच न्याय व्यवस्था की छवि को भी प्रभावित करता है।
दीपक गवई ने स्पष्ट किया कि भविष्य में इस प्रकार की गलती दोबारा नहीं होनी चाहिए और उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि न्यायालय के उच्च पदों पर नियुक्त व्यक्तियों के प्रति उचित व्यवहार सुनिश्चित किया जाए। इस घटना ने महाराष्ट्र सरकार में प्रोटोकॉल व्यवस्था को लेकर तनाव बढ़ा दिया है और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
न्यायपालिका के सम्मान को कायम रखना अत्यंत जरूरी है ताकि आम जनता का न्याय व्यवस्था पर विश्वास बना रहे। CJI गवई की यह नाराजगी एक संकेत है कि राज्य प्रशासन को अपने औपचारिक स्वागत और प्रोटोकॉल के नियमों में सुधार करना होगा ताकि भविष्य में किसी भी अधिकारी के सम्मान में कमी न आए।