Report By : ICN Network
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली के दिन जुमे की नमाज को लेकर संभल सीओ अनुज चौधरी द्वारा दिए गए बयान का समर्थन किया है। पुलिस अधिकारी के बचाव में सीएम योगी ने कहा कि “वह पहलवान रहे हैं, अर्जुन अवॉर्डी और पूर्व ओलंपियन हैं, इसलिए उनकी भाषा में पहलवानी की झलक हो सकती है, लेकिन सच्चाई को स्वीकार करना जरूरी है।”
सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि होली साल में एक बार मनाई जाती है, जबकि जुमे की नमाज हर हफ्ते होती है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को रंग से परहेज है तो वह घर में रहकर नमाज अदा करे, लेकिन अगर मस्जिद जाना है तो रंग से परहेज न करें।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी लोगों से अपील की है कि होली के बाद नमाज अदा करें, क्योंकि जुमे की नमाज तो हर हफ्ते होती है। उन्होंने कहा कि जो लोग मस्जिद में जाकर ही नमाज पढ़ना चाहते हैं, वे दोपहर 2 बजे के बाद जा सकते हैं।
संभल के सीओ अनुज चौधरी ने शांति समिति की बैठक में आम लोगों से सौहार्द बनाए रखने की अपील की थी। उन्होंने कहा, “यदि हम अपने धर्म का सम्मान करते हैं, तो हमें दूसरों के धर्म का भी सम्मान करना चाहिए। अल्लाह और भगवान एक ही हैं, जब यह सोच विकसित होगी, तब समाज में प्रेम और भाईचारा बढ़ेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि “इस बार होली और जुमे की नमाज एक ही दिन आ रही है, यह सिर्फ एक संयोग है। जुमे की नमाज साल में 52 बार आती है, जबकि होली सिर्फ एक बार। इसलिए सभी को मिलकर होली खेलनी चाहिए।”
सीओ ने कहा कि “अगर किसी की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, तो वह उस दिन घर में रह सकता है। लेकिन बाहर निकलने वालों को प्रेमपूर्वक त्योहार मनाना चाहिए। हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग मिलकर होली खेलें, एक-दूसरे को रंग लगाएं, इससे आपसी भाईचारा मजबूत होगा।
सीएम योगी ने इस बयान का समर्थन करते हुए कहा कि “संभल के पुलिस अधिकारी ने लोगों को सही समझाने का प्रयास किया है। समाज में सद्भाव और शांति बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा कि “अगर किसी को पहलवानी के लहजे में कही गई बात कठोर लगे, तो भी सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए।”