CM योगी ने आगे कहा कि सब व्यक्ति के मन में एक भाव था कि अयोध्या हम सबको चलना चाहिए। ये अद्भुत और अलौलिक था। लोग गौरवांवित इस वजह से थे कि इतने लंबे समय से चल रहा विवाद बड़े ही शांतिपूर्वक तरीके से खत्म हो गया। अब वहां रामलला विराजमान हैं। रामलला ने खुद अपनी लड़ाई लड़ी। हमें प्रसन्नता इस बात की है कि, “प्रभु वहां विराजमान हुए हैं। हमने अपना वचन निभाया है और मंदिर वहीं बनाया है।
सीएम योगी ने कहा कि हम लोगों ने कोई भेद नहीं किया, लेकिन अयोध्या नगरी को प्रतिबंधों के दायरे में पिछली सरकारों में लाया गया था। अयोध्या कुंछिप्त मंशा से अभुविक्त थी। अब अयोध्या में जो हुआ, वो पहले भी हो सकता था। विकास पहले हो सकता था, सडकें चौड़ी हो सकती थीं, एयरपोर्ट बन सकता था। मथुरा, काशी, वृंदावन के विकास को अवरुद्ध कर दिया गया। हमारी आस्था थी, नीति साफ थी, नियत भी स्पष्ट थी। हम अयोध्या और काशी तो गए ही, नोएडा और बिजनौर भी गए।