पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी समेत वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने घोषणा की थी कि वो प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे क्योंकि यह आरएसएस और भाजपा का कार्यक्रम था। थरूर ने कहा कि वह अयोध्या जाने के लिए अपना समय खुद चुनेंगे। इसका शायद राजनीति से कोई लेना-देना नहीं होगा क्योंकि मैं प्रार्थना करने के लिए मंदिरों में जाता हूं। मैं राजनीति करने नहीं जाता। कांग्रेस ने कभी हिंदू धर्म या भगवान राम के बारे में कभी कुछ नकारात्मक नहीं कहा। पार्टी ने केवल ये कहा कि प्रतिष्ठा समारोह का राजनीतिकरण किया गया। कार्यक्रम में जाने का मतलब सत्तारूढ़ पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल होना होता। INDIA ब्लॉक पर ये बोले थरूर
INDIA ब्लॉक का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मुझे लगता है कि शुरू से ही यह स्पष्ट कर दिया गया था कि सीटों का बंटवारा केवल राज्यों के आधार पर होगा। हमारे देश में सभी के लिए एक ही आकार का दृष्टिकोण नहीं है। बंगाल में वास्तविकताएं बिहार की वास्तविकताओं से अलग हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे दो या तीन राज्य हो सकते हैं जहां कोई सहमति नहीं है, लेकिन कुल मिलाकर ज्यादा विवाद नहीं है। थरूर ने कहा आखिरकार जो कोई भी विपक्ष की ओर से जीतेगा, वह INDIA ब्लॉक सरकार का समर्थन करने के लिए बाध्य है।