हर-घर जल पहुंचाने की परियोजना जल जीवन मिशन (जेजेएम) में 10 हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने लगायाहै। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा अधिकारियों की कॉल डिटेल निकाली जाए और सीबीआइ जांच हो तो सच्चाई सामने आएगी।प्रदेश के सभी जिलों को एक मॉडल डीपीआर के प्रारूप में आंकड़े भरकर भेजने के लिए कहा गया।
हर-घर जल पहुंचाने की परियोजना जल जीवन मिशन (जेजेएम) में 10 हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने लगाया है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, अधिकारियों की कॉल डिटेल निकाली जाए और सीबीआइ जांच हो तो सच्चाई सामने आएगी।
कई तकनीकी विकल्पों की अनदेखी की
उन्होंने कहा, गड़बड़ी के उद्देश्य से उसी मॉडल पर 27 हजार ट्यूबवेल आधारित योजनाएं बनाकर कई तकनीकी विकल्पों की अनदेखी की। इतनी बड़ी परियेाजना में मेंटेनेंस का प्रविधान नहीं किया गया। प्रदेश के सभी जिलों को एक मॉडल डीपीआर के प्रारूप में आंकड़े भरकर भेजने के लिए कहा गया। यानी वास्तविक डीपीआर नहीं बनाई गई। इसके लिए कंसल्टेंट को प्रति डीपीआर 10 हजार रुपये भुगतान किए गए, जबकि मात्र गूगल के आंकडों के आधार पर डीपीआर तैयार कर भेजी गई, जिससे बाद में बड़ा बदलाव करना पड़ा।