Report By : ICN Network
रविवार, 20 अप्रैल 2025 को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन में गंभीर व्यवधान उत्पन्न हुए। इस दिन कुल 1,300 उड़ानों में से लगभग 68% उड़ानें विलंबित रहीं, जिससे हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस स्थिति के लिए एयरपोर्ट संचालक दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने एयरलाइंस को जिम्मेदार ठहराया, क्योंकि उन्हें चार महीने पहले संभावित व्यवधानों के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन उन्होंने अपने उड़ान शेड्यूल में आवश्यक समायोजन नहीं किए।
इस अव्यवस्था का मुख्य कारण रनवे 10/28 का बंद होना था, जिसे अपग्रेड के लिए बंद किया गया था। इसके साथ ही, हवा की दिशा में अचानक बदलाव ने एयरपोर्ट की क्षमता को और कम कर दिया, जिससे उड़ानों में देरी हुई। DIAL ने कहा कि एयरलाइंस को पहले ही इन संभावित समस्याओं के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन उन्होंने अपने शेड्यूल में न्यूनतम या कोई बदलाव नहीं किया।
इस घटना ने एयरपोर्ट की बढ़ती भीड़ और अवसंरचना पर दबाव को उजागर किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय रहते उचित योजना बनाई जाती, तो इस स्थिति से बचा जा सकता था।
इस मामले में जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी प्रभावित हुए। उनकी उड़ान को दिल्ली आने के बाद जयपुर डायवर्ट किया गया, और वे रात 1 बजे तक विमान में ही फंसे रहे।
इस स्थिति से यह स्पष्ट होता है कि एयरलाइंस और एयरपोर्ट संचालकों को भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पहले से बेहतर योजना और समन्वय की आवश्यकता है।