Delhi : राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए हालिया कार ब्लास्ट की जाँच को आगे बढ़ाते हुए सोमवार सुबह लखनऊ के खंदारी बाजार स्थित पूर्व डॉक्टर डॉ. शाहीन शाहिद के आवास पर छापेमारी की। यह कार्रवाई केवल लखनऊ तक सीमित नहीं थी, बल्कि जम्मू एवं कश्मीर के विभिन्न जिलों समेत कुल आठ ठिकानों पर एक साथ रेड की गई। NIA का मानना है कि इस ब्लास्ट के पीछे एक “व्हाइट-कॉलर” नेटवर्क हो सकता है—यानी वे पेशेवर लोग जो अपनी सामान्य दिनचर्या की आड़ में आतंक वित्तपोषण और लॉजिस्टिक्स में जुटे थे। डॉ. शाहीन शाहिद, जो पूर्व में एक मेडिकल कॉलेज फैकल्टी सदस्य थीं, इसी संदिग्ध नेटवर्क से जुड़ी सेंध की जाँच में प्रमुख नामों में से एक हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने इस नेटवर्क के लिए पैसे, लॉजिस्टिक्स और संपर्क मुहैया कराए थे। NIA सूत्रों के अनुसार, यह एक बहु-राज्यीय जाँच है जिसका उद्देश्य आतंक वित्तपोषण के व्यापक तन्त्र की जड़ों तक पहुँचना है, और तलाशी तथा संभावित गिरफ्तारियाँ अभी जारी हैं।। सूत्रों के अनुसार, डॉ. शाहीन ने ही इस खतरनाक नेटवर्क के लिए पैसा और लॉजिस्टिक्स जुटाए। कश्मीर से लेकर लखनऊ तक फैली इस रेड ने यह साफ कर दिया है कि मामला सिर्फ ब्लास्ट तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के अंदर सक्रिय आतंक के बड़े मददगारों के सिंडिकेट की पोल खुलने वाली है।