Report By : ICN Network
दिल्ली में एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश हुआ है, जो वरिष्ठ नागरिकों को ब्याज-मुक्त लोन का झांसा देकर ठगी कर रहा था। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान पता चला कि यह गिरोह देशभर में 132 से अधिक धोखाधड़ी के मामलों में लिप्त रहा है।
एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की शिकायत के बाद जांच शुरू हुई थी। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ने खुद को एक प्रतिष्ठित वित्तीय कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए उन्हें ब्याज-मुक्त लोन का प्रस्ताव दिया और प्रोसेसिंग फीस, स्टांप ड्यूटी जैसे अलग-अलग बहानों से 1.40 करोड़ रुपये वसूल लिए।
तकनीकी निगरानी के जरिए दिल्ली के हरिनगर और आनंद विहार क्षेत्रों में स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर का पता लगाया गया। पुलिस ने वहां से शहजाद खान, अनुज रावत और मोहम्मद आमिर को गिरफ्तार किया। छापेमारी में 104 मोबाइल फोन और एक लैपटॉप भी जब्त किए गए।
आरोपियों ने बजाज फाइनेंस और यस बैंक जैसे बड़े संस्थानों के नाम और लोगो का दुरुपयोग कर नकली दस्तावेज तैयार किए थे। वे लोन स्वीकृति के नाम पर वरिष्ठ नागरिकों से भारी रकम वसूलते थे, लेकिन वास्तव में लोन कभी प्रदान नहीं करते थे।
फिलहाल पुलिस ने इन तीनों आरोपियों पर धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।