Report By : ICN Network
नई दिल्ली — राजधानी दिल्ली में सरकारी दफ्तरों में मच्छरों की बढ़ती संख्या ने नगर निगम की चिंता बढ़ा दी है। मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम को लेकर कई बार दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, इसके बावजूद कई सरकारी संस्थान लापरवाह बने हुए हैं।
नगर निगम (MCD) द्वारा आईटीओ और आसपास के सरकारी परिसरों में चलाए गए विशेष निरीक्षण अभियान में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। 266 परिसरों की जांच के दौरान 50 स्थानों पर मच्छरों के प्रजनन स्रोत मिले, जिन्हें मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। इस दौरान 34 मामलों में अभियोजन दायर किया गया और 44 परिसरों को नोटिस थमाए गए।
अभियान के तहत ईएसआई भवन, सीबीएसई भवन, संस्कृत भारती, सीआर बिल्डिंग, विकास भवन और आईटीपीओ जैसे प्रतिष्ठित सरकारी भवनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई। वहीं हिंदी भवन, लोक कल्याण समिति, राउज एवेन्यू कोर्ट, प्रसार भारती, पीडब्ल्यूडी भवन, एजीसीआर और दयाल सिंह पुस्तकालय समेत कई संस्थानों को नोटिस जारी किया गया।
जनस्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस दौरान कुल 5139 जल पात्रों की जांच की, जिनमें से 110 में एडीज मच्छरों का प्रजनन पाया गया। इन सभी स्रोतों को तुरंत नष्ट किया गया।
दिल्ली के महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने सभी सरकारी संस्थानों से अपील की है कि वे मच्छरों की रोकथाम के लिए अपने-अपने कार्यालयों में एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति करें। उन्होंने कहा कि यह अधिकारी यह सुनिश्चित करेगा कि टंकियों, कूलरों, गमलों, छतों पर रखे बर्तनों या कबाड़ में पानी जमा न हो और सभी जल स्रोतों को ढक कर रखा जाए।