दिल्ली पुलिस ने पार्ट-टाइम जॉब के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह पर शिकंजा कसते हुए राजस्थान के झुंझुनू से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साइबर सेल की इस कार्रवाई से खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने गांधी नगर के रहने वाले आनंद गोयल को नकली पार्ट-टाइम जॉब का झांसा देकर 49,000 रुपये की ठगी की थी।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, पीड़ित को व्हाट्सऐप पर एक संदेश मिला जिसमें यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करने जैसे आसान काम करने पर पैसे कमाने का दावा किया गया था। शुरुआत में छोटे-छोटे टास्क पूरे करने पर कुछ रुपये दिए भी गए। इसके बाद उन्हें एडवांस पेमेंट के बदले 30% मुनाफा देने का वादा कर बड़े टास्क पेश किए गए। इसी लालच में उन्होंने 7,000 और 42,000 रुपये दो बार में भेज दिए। जब ठगों ने 1,20,000 रुपये और मांगे और पीड़ित ने मना किया, तो उन्होंने संपर्क तोड़ दिया।
पुलिस ने फ्रॉड में इस्तेमाल हुए बैंक अकाउंट्स की जांच की तो पता चला कि 42,000 रुपये फिनो बैंक के एक खाते में ट्रांसफर हुए, जो झुंझुनू निवासी हितेश कुमार के नाम पर था। इसके बाद पुलिस टीम ने राजस्थान पहुंचकर हितेश को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान हितेश ने स्वीकार किया कि उसने अपना बैंक खाता नितेश मेहला के कहने पर खोला था और बदले में कमीशन लेता था। उसकी जानकारी पर पुलिस ने नितेश को भी गिरफ्तार किया। उसके फोन से व्हाट्सऐप चैट बरामद हुए, जिनसे पता चला कि वह साइबर ठगों के लिए कई बैंक खाते उपलब्ध कराता था।
आरोपियों ने खुलासा किया कि वे गांव के युवाओं को आसान कमाई का लालच देकर उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाते थे। उन्हें बताया जाता था कि ये खाते सिर्फ गेमिंग ट्रांजैक्शन के लिए उपयोग होंगे, जबकि असल में इन्हें साइबर ठग टेलीग्राम समेत कई प्लेटफॉर्म्स के जरिए खरीदते थे और ठगी के पैसों को घुमाने और छिपाने के लिए इस्तेमाल करते थे। हर ट्रांजैक्शन पर आरोपियों को 2–3% कमीशन मिलता था।
दिल्ली पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगा रही है कि उन्होंने कितने लोगों से इसी तरह ठगी की है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और नाम सामने आ सकते हैं और आगे और गिरफ्तारियां संभव हैं।