UGC NET का पेपर रद्द होने पर लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र सड़क पर उतर गए। कैंपस के बाहर प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा करने लगे। विवाद बढ़ता देख पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची।
कैंपस से बाहर जाने से रोकने पर छात्रों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की कर दी। छात्र पुलिस की गाड़ियों पर चढ़ गए। UGC NET का पेपर जलाने लगे। इसके बाद पुलिस ने धक्का देकर कई छात्रों को वैन में भरा। कई छात्रों को टांग कर ले गई।
छात्रों ने कहा- हम किसी भी स्थिति में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। पेपर कराने की जिम्मेदारी शिक्षा मंत्रालय को सौंपी जाए। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इस्तीफा दें। NTA संस्था को रद्द किया जाए। वहीं वाराणसी में भी छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
अखिलेश यादव ने कहा- भाजपा के राज में पेपर माफिया एक के बाद एक, हर एग्जाम में धांधली कर रहा है। ये देश के खिलाफ कोई बड़ी साजिश भी हो सकती है। कोर्ट की निगरानी में इसकी जांच हो। इसके दूरगामी और नकारात्मक परिणाम निकलेंगे।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा-जैसे ही परीक्षा में किसी गड़बड़ी की रिपोर्ट मिली तत्काल उसे रद्द करने का निर्णय लिया गया। CBI जांच का निर्णय लिया गया। हमारी सरकारें निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षाएं कराने के लिए कटिबद्ध हैं। ऐसे लोग जो परीक्षाओं को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई हो, इसके लिए कानून बनाने का प्रयास सरकार कर रही है।